2019 के लोकसभा चुनाव की समाजवादी पार्टी ने तैयारियां शुरू कर दी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस बार के लोकसभा चुनाव में उतरने का ऐलान किया है। अखिलेश यादव कन्नौज से चुनाव लड़ेंगे जहाँ से वर्तमान में उनकी पत्नी डिम्पल यादव सांसद हैं। इसके अलावा आजमगढ़ से सांसद मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। इस बीच मुलायम के मैनपुरी से लड़ने के ऐलान के बाद आजमगढ़ में स्थानीय चुनाव हुए हैं जिसके नर्तीजे वाकई हैरान कर देने वाले हैं।
सभी सीटों पर जीती भाजपा :
आजमगढ़ में जिला सहकारी बैंक के सभापति, उप सभापति तथा अन्य समितियों में भेजे जाने वाले प्रतिनिधियों के चुनाव में पहली बार भाजपा ने अपना कब्जा जमा लिया है। सभापति पद पर भाजपा के जयप्रकाश पांडेय निर्विरोध जीत गए हैं। उपसभापति पद पर उदय सिंह तथा शीर्ष सहकारी संस्थाओं के लिए नौ प्रतिनिधि भी निर्विरोध चुने गये हैं। इन नतीजों को देखकर कहा जा सकता है कि जहां पहले इन सीटों पर भाजपा सपा-बसपा के सामने जीत नहीं दर्ज कर पाती थी तो वहीं अब ये साफ है कि आजमगढ़ जैसे जिले में भाजपा के सामने जिला सहकारी बैंक के चुनाव में सपा बसपा उम्मीदवार उतारने तक का हिम्मत नहीं जुटा पाई। इन नतीजों से एक बार फिर सपा और बसपा में गुटबाजी सामने उभर कर आ गयी है जिससे पार पाना दोनों पार्टियों के लिए जरूरी है।
ये भी पढ़ें: नियम को ताक पर रखकर बना तन्वी सेठ का पासपोर्ट, जांच की प्रबल संभावनाएं
सपा-बसपा ने नहीं उतारे उम्मीदवार :
आजमगढ़ के जिला सहकारी बैंक पर 11 से 12 बजे तक नामांकन पत्र दाखिल किए गए लेकिन इस चुनाव के लिए भाजपा के अलावा किसी अन्य दल के उम्मीदवार ने नामांकन नहीं किया था। इससे सभी 11 पदों पर भाजपा के उम्मीदवारों ने आसानी से जीत हासिल कर ली है। निर्वाचन अधिकारी/ एसडीएम निजामाबाद बागीश शुक्ला ने सभी उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया। इस जीत के बाद से भाजपा में गजब का उत्साह देखा गया। सहकारी बैंक के सभापति पद पर जयप्रकाश पांडेय, उपसभापति पद पर उदय सिंह निर्विरोध चुने गए। शीर्ष सहकारी संस्थाओं में भेजे जाने वाले प्रतिनिधि के रूप में बृजेश सिंह, अरविंद कुमार, प्रशांत सिंह, कैलाशनाथ पांडेय, भूपेंद्रनाथ मिश्रा, सविता तिवारी, सत्यप्रकाश मिश्रा, आशा,हरिमूरत मिश्रा निर्विरोध चुने गए हैं।