पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा को तन्वी सेठ पासपोर्ट प्रकरण के बाद अपने परिवार की सुरक्षा की चिंता है. उन्होंने कहा कि उनके परिवार की जान को खतरा है इसलिए वे परिवार को किसी सुरक्षित और परिचित के घर छोड़ कर तब गोरखपुर जायेंगे. बता दें कि इस मामले में विकास मिश्रा का तबादला गोरखपुर किया गया हैं .
गोरखपुर हो चुका है तबादला:
पिछले कुछ दिन पहले लखनऊ के रतन स्क्वायर स्थित पासपोर्ट ऑफिस में हिंदू-मुस्लिम कपल का पासपोर्ट न बनाने को लेकर अफसर विकास मिश्रा का ट्रान्सफर गोरखपुर कर दिया गया. विकास मिश्रा का ट्रान्सफर हिंदू-मुस्लिम कपल को धर्म के नाम पर अपमानित करने के आरोप में किया गया. जिसके बाद अब विकास मिश्रा को अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर आशंका है. उन्होंने कहा कि उनके परिवार की जान को खतरा है.
इस पूरी घटना के बाद विकास मिश्रा का परिवार डरा हुआ हैं. उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं. गौरतलब हैं कि हिन्दू-मुस्लिम दंपति को पासपोर्ट देने वाले क्षेत्रीय अधिकारी ने भी अपनी जान को खतरा बताया था जिसके बाद उनको पुलिस सुरक्षा देने के साथ ही पासपोर्ट कार्यालय में भी सुरक्षा दी गयी हैं.
इस बाबत विकास मिश्रा ने कहा कि जब पासपोर्ट कार्यालय में सुरक्षा की जरूरत है तो फिर मेरे परिवार को खतरा होना लाजमी हैं.
परिवार आहत:
इस पूरे मामले के बाद पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा का परिवार बहुत आहत है. इसी के साथ परिवार के लोग डरे हुए भी हैं. विकास मिश्रा का तबादला हो चुका हैं पर उनका परिवार उनके साथ अभी गोरखपुर शिफ्ट नहीं कर सकता.
विकास की छोटी बेटी 14 साल की है जो लखनऊ के एक स्कूल में पढ़ रही हैं. बीच सत्र में पढाई छोड़ कर गोरखपुर जाना कठिन हैं इसीलिए विकास मिश्रा अकेले ही गोरखपुर जायेंगे. इस वजह से परिवार में डर भी बना हुआ हैं और बिना जाँच इस तरह विकास मिश्रा को आरोपी बनाये जाने से परिवार में दुःख भी है.
बता दें कि विकास सोमवार को गोरखपुर पासपोर्ट कार्यालय में अपनी तैनाती लेंने वाले हैं. उन्होंने शनिवार को गोमतीनगर रेल आरक्षण केंद्र से सुबह 10 बजे एसी क्लास का तत्काल का टिकट बनवाया। विकास ने गोरखपुर जाने से पहले आखिरी दिन परिवार के साथ बिताया। वह परिवार के साथ कानपुर गए।