2019 के लोकसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन बीजेपी के विजय रथ को रोकने के लिए तैयारी कर रहा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जहाँ इस गठबंधन को अटूट बताते हुए दिखाई दे रहे हैं तो वहीँ बीजेपी का कहना है कि ये सिर्फ ठगबंधन है जो लोकसभा चुनावों के पहले ही खत्म हो जायेगा। इस बीच उत्तर प्रदेश में बीजेपी के एमएलसी ने सपा और बसपा का गठबंधन होने पर इस्तीफ़ा देने का ऐलान कर दिया है जिसके बाद नयी चर्चाएँ शुरू हो गयी हैं।
भाजपा एमएलसी ने किया ऐलान :
लम्बे समय तक समाजवादी पार्टी से जुड़े रहे और वर्तमान में भाजपा के एमएलसी बुक्कल नवाब ने कहा है कि बहुजन समाज पार्टी से सपा का गठबंधन किसी कीमत पर नहीं हो सकता है। पूर्व सपा नेता बुक्कल नवाब ने आत्मविश्वास के साथ ये बात कहते हुए कहा कि उनकी बात अगर गलत साबित हुई तो वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने कहा कि बसपा सपा को सिर्फ 17 सीटें दे रही है। बीजेपी नेता बुक्कल नवाब ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बसपा और कांग्रेस का मेल हो रहा है। बुक्कल नवाब के इस बयान पर समाजवादी पार्टी ने बुक्कल नवाब को फुक्कल नवाब बताते हुए कहा कि भाजपा को अब चुनाव जीतने के लिए ऐसे लोगों का सहारा लेना पड़ रहा है।
गठबंधन में है गड़बड़ :
भाजपा नेता बुक्कल नवाब की बात को समाजवादी पार्टी के नेता भले खारिज करते हुए दिखाई दे रहे हैं हों लेकिन पिछले दिनों प्रधामंत्री पद की दावेदारी पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का जो बयान सामने आया है, उससे यह कयास तो लगाए जा रहे हैं कि बसपा-सपा के बीच फिलहाल कुछ गड़बड़ जरूर है। अखिलेश यादव ने संकेत दिए हैं कि सीटों के बंटवारे पर विवाद होने की स्थिति में वे कम सीटों पर समझौता कर चुनाव लड़ने को तैयार हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री पद की दावेदारी से उन्होंने खुद को पूरी तरह अलग बताया है। बसपा अपने संगठन को सक्रिय कर चुनावी तैयारी में जुटी है।