भारतीय सेना ने सरकार को ‘POK‘ में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक की वीडियो फुटेज इस्तेमाल करने की मंजूरी दे दी है । लेकिन इस फुटेज को दिखाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्रे मोदी को लेना होगा फैसला । गौरतलब है की ये फुटेज सर्जिकल स्ट्राइक को फर्जी एवं संदेह जनक बताने वालों के सवालों का मुह तोड़ जवाब साबित होगा ।
वीडियो फुटेज से सरकार अपना पक्ष मजबूती से सामने रख सकेगी
- सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो फुटेज जारी होने से सरकार अपना पक्ष मजबूती से सामने ला पायेगी ।
- कई सैन्य अधिकारियों का कहना है कि सेना भी चाहती है कि भारत सर्जिकल स्ट्राइक के सबूतों को साझा करे ।
- जिससे उन लोगों को मुह तोड़ जवाब दिया जा सके जिनका कहना है कि सर्जिकल स्ट्राइक हुई ही नहीं है ।
- वीडियो फुटेज जारी होने से पाकिस्तानी सेना द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक से इनकार किए जाने के दावों को भी
- झूठा साबित किया जा सकेगा ।
- गौरतलब है की पाकिस्तान अब तक ये कहता रहा है
- 29 सितंबर की रात किसी तरह की कोई सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई थी ।
- भारत में ही अरविंद केजरीवाल और नेता संजय निरुपम समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने भी
- सर्जिकल स्ट्राइक से जुड़े सबूतों की मांग की थी ।
- कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों का कहना है कि स्ट्राइक की फुटेज साझा की जाए
- या नहीं ये पाकिस्तान के रवैये पर निर्भर करेगा ।
- हालांकि फुटेज को साझा किए जाने से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने का अंदेशा भी जताया जा रहा है ।
- प्रधानमंत्री ने अभी वीडियो फुटेज दिखने पर कोई फैसला नही लिया ।
- अब वीडियो दिखाया जायेगा या नही इस बात का फैसला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अंतिम निर्णय पर टिका हुआ है।
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