उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कर्मस्थल कहे जाने वाले गोरखपुर स्थित जिला कारागार में उस समय हड़कंप मच गया जब एसएसपी और जिलाधिकारी ने औचक निरीक्षण किया। अधिकारियों के जेल पहुंचते ही जेल अधिकारियों के हाथपांव फूल गए। तलाशी के दौरान कैदियों की बैरकों में कई तरह की आपत्तिजनक चीजें मिलीं। साथ ही मोबाईल फोन और चार्जर देख एसएसपी भड़क गए। उन्होंने जेल अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई है। छापेमारी के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। अधिकारियों के जेल जाने के बाद जेल प्रशासन ने राहत की साँस ली।
जानकारी के मुताबिक, सुरक्षा लिहाज और शिकायतों के चलते डीएम के.विजेयेन्द्र पाण्डयन और एसएसपी शलभ माथुर ने गोरखपुर जेल का सोमवार दोपहर करीब 2:30 बजे औचक निरीक्षण किया। अधिकारियों ने करागार में अपने लाउलस्कर के साथ अचानक छापामारी की। अचानक हुई छापेमारी ने जेल प्रशासन की लापरवाही की पोल खोलकर रख दी। तकरीबन दो घंटे तक अफसरों ने सघन चेकिंग अभियान जेल के भीतर चलाया। इस दौरान विभिन्न बैरकों की तलाशी ली गयी।
सूत्रों के अनुसार, अफसरों को जमीन में दबे हुये और खूंटी पर टंगे सामान से मोबाइल, चार्जर और ईयर फोन भी बरामद हुये। इसके साथ ही साथ पुलिस को एक कागज पर लिखे कुछ मोबाइल नंबर भी मिले हैं। जिन्हें पुलिस ने जप्त कर लिया हालांकि जेल में मोबाइल मिलना जेल प्रशासन की मिली भगत की तरफ इशारा करता है। अधिकारियों ने जेल प्रशासन से पूछा है कि यह मोबाईल, गांजा, चरस, बीड़ी, सिगरेट और पानमसाला जेल के अंदर कैसे पहुंचे? जिलाधिकारी ने बताया कि जेल में करीब दो दर्जन से अधिक बैरक हैं। इनमें शिकायतें मिलने के बाद छापेमारी करके तलाशी ली गई।
#गोरखपुर – जिला जेल में जिलाधिकारी और एसएसपी के नेतृत्व में छापा. कैदियों के हर एक बैरक की तलाशी, डीएम ने आपत्तिजनक वस्तुओं की तलाशी में की छापेमारी. @gorakhpurpolice @diggorakhpur @Uppolice pic.twitter.com/m7CYq2Gehj
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) July 2, 2018