अगले साल प्रयाग-कुंभ शुरू होने वाला है. जिसके लिए योगी सरकार ने कमर कस ली है. सरकार कुंभ को लेकर बेहद गंभीर हैं, अगले वर्ष लोकसभा चुनाव भी हैं. कुंभ एक अच्छा प्रयास है हिन्दू वोट बैंक को अपने पक्ष में करने का. इसके लिए सीएम योगी लगातार कुंभ की तैयारियों का जायजा लेते नजर आते हैं. सीएम लगातार इलाहाबाद दौरे पर जाते रहते हैं.
भाजपा सरकार आगामी चुनावों में कोई कोर कसर छोड़ना नहीं चाहती. इसके लिए योगी सरकार जातिगत समीकरण और किसी भी बड़े छोटे मुद्दों पर मत अपने पक्ष में करने लगी है.
इसी बीच 2019 में लोकसभा चुनाव के अलावा सबसे बड़ा मुद्दा हैं महाकुंभ. इलाहबाद में लगने वाला कुंभ विश्वस्तरीय आयोजन हैं. जिसको लेकर हिन्दुओ की अलग आस्था और श्रद्धा जुड़ी है. भाजपा उसी श्रद्धा से जरीये 2019 लोकसभा चुनाव का लक्ष्य पूरा करने की तैयारी में है.
सीएम योगी इसके लिए ख़ुद ही इलाहाबाद तैयारियों का जायज़ा लेने जाते रहे हैं. इसी महीने कुंभ की वेबसाइट और एप लांच करने का काम चल रहा है. कुंभ का लोगो बहुत पहले ही डिज़ाइन किया जा चुका था. यूपी के नए चीफ़ सेक्रेटरी अनूप चंद्र पांडे ने भी कुंभ की तैयारी को लेकर बैठक बुलाई थी.
हवाई सेवा शुरू:
अगले साल कुंभ लगने वाला है. इसीलिए कुंभ से पहले इलाहाबाद से कई शहरों के लिए विमान सेवाओं की शुरुआत हो रही है. इसी कड़ी में 14 जून को इलाहाबाद से लखनऊ और पटना के लिए और 16 जून को नागपुर और इंदौर के लिए हवाई सेवा की शुरुआत की गयी थी. इस हवाई सेवा के जरिये कई शहरों के लोगों को ख़ास कर हिन्दुओ को कुंभ से जोड़ा जायेगा.
कई शहरों से आने वाले यात्रियों को कम किराए में विमान सुविधाएं मुहैया कराने की तैयारी की जा रही है और इस योजना के सफल होने पर अन्य शहरों में इसका विस्तार भी किया जाएगा।
इन शहरों में इलाहाबाद से मुंबई, नागपुर, इंदौर, बंगलुरु, देहरादून समेत 13 शहरों के लिए फ्लाइट शुरू करने की योजना है।
20 हज़ार यात्रियों के ठहरने का इंतज़ाम:
योगी सरकार इलाहाबाद कुंभ को देश के धार्मिक वैभव के रूप में पेश करना चाहती है. गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर कुंभ दुनिया का सबसे बड़ा मेला माना जाता है.
हज़ारों, लाखों नहीं बल्कि करोड़ों लोग स्नान के लिए जुटते हैं. शाही स्नान के दिन तो तिल रखने भर की जगह नहीं होती है. साधु संतों के अलावा इस बार मेला क्षेत्र में 20 हज़ार यात्रियों के ठहरने का इंतज़ाम किया जा रहा है.
एक ऐसा अस्थायी ऑडिटोरियम बनाया जायेगा, जहां 10 हज़ार लोग एक साथ बैठ कर प्रवचन सुन सकते हैं.
11 हज़ार सफ़ाईकर्मी तैनात किए जाएंगे:
ऑडिटोरियम का नाम गंगा पंडाल रखा गया है. कुंभ में लगभग 20 हज़ार कूड़ा बॉक्स लगाए जाएंगे. जिससे गंदगी इधर उधर न फैले. मेले के दौरान स्वच्छता बनाए रखने के लिए 11 हज़ार सफ़ाईकर्मी तैनात करने का फ़ैसला हुआ है. गंगा नदी के साफ़ सफ़ाई के लिए एक हज़ार गंगा प्रहरी भी पोस्ट किए जाएंगे.
एक हज़ार कैमरों से होगी मेले की निगरानी:
मेले की वजह से 13 सौ करोड़ रुपए ख़र्च कर इलाहाबाद और आस पास की सभी सड़के चौड़ी की जाएंगी. चौबीसों घंटे पीने के पानी की सप्लाई के लिए 5 हज़ार स्टैंड पोस्ट, 2 सौ वाटर एटीएम, 150 वाटर टैंकर और 8 सौ किलोमीटर पाईपलाइन बिछाई जाएगी. ये भी तय हुआ है कि मेला एरिया में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक हज़ार कैमरे लगाए जायेंगे. इलाहाबाद में कुंभ का मेला अगले साल 14 जनवरी से शुरू हो रहा है.