एक तरफ लखनऊ नगर निगम सड़कों पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चला रहा है, वहीं दूसरी तरफ नगर निगम के अधिकारी ही अतिक्रमण करवाने पर आतुर हैं। ताजा म,मामला राजधानी के इंदिरा नगर इलाके का है। यहां नगर निगम के अधिकारियों ने कुछ शौचालयों का निर्माण घर की जगह पर ना करवाकर घर के बाहर सड़क की तरफ करवा दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि बरसात के मौसम में नाली के ऊपर बने कई शौचालय जल निकासी में बाधक बनेंगे। आरोप है कि अधिकारियों से इस संबंध में कहा गया लेकिन उन्होंने बात को अनसुना कर दिया।
जानकारी के मुताबिक, मामला इंदिरा नगर के दीन दयाल पुरम कॉलोनी, तकरोही का है। यहां कई शौचालयों का निर्माण घर की चारदीवारी के अंदर की जगह सड़क पर ही करवा दिया गया। एक ओर नगर निगम अतिक्रमण हटाओ अभियान के दावें कर रहा है वहीं दूसरी ओर स्वयं नगर निगम द्वारा घर-घर शौचालय निर्माण योजना के अंतर्गत इस तरह के कई निर्माण करवाए जा रहे हैं। गुरुवार को मौके पर पहुंचे नगर निगम के जोनल अधिकारी जोन-7 विद्या सागर यादव, अवर अभियन्ता एस बी सिंह एवं सफाई इंस्पेक्टर चेतन कुमार सिंह को दिखाए गए।
लोगों का कहना है कि नगर निगम के अधिकारी इन शौचालयों के वो फोटो भी खींच कर ले गए हैं। देखना है अब नगर निगम स्वयं के द्वारा इस अवैध निर्माण पर क्या कार्यवाही करता है? यह हाल उ.प्र. की राजधानी लखनऊ का है, तो बाकी शहरों और गांव में हो रहे कार्यों के बारे में अनुमान लगाया ही जा सकता है। कुल मिलाकर नगर निगम अधिकारियों की सांठ गाँठ से घर घर शौचालय योजना को भी पलीता लगा रहा है। नगर निगम अवैध निर्माण ढाहने की बात करता है। वहीं दूसरी ओर नगर निगम स्वयं ही अवैध निर्माण कर अतिक्रमण को बढ़ावा दे रहा है।