2019 के लोकसभा चुनाव की सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी है। सपा और बसपा ने भी गठबंधन के बाद बीजेपी को रोकने की रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। इसके अलावा बसपा भी अपनी तैयारियों में लगी हुई है। इस बीच बसपा से फिर एक और वरिष्ठ नेता की छुंट्टी कर दी गई। इस बार हाईकमान की गाज एकसाथ कई नेताओं पर गिरी है। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय मुखिया मायावती ने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने व अनुशासनहीनता के आरोप में निष्कासित किया गया है।

पूर्व जिलाध्यक्ष को निकाला :

फर्रुखाबाद में बसपा प्रदेश अध्यक्ष के सामने हुए हंगामे की गाज पूर्व जिलाध्यक्ष नगेंद्र पाल सिंह जाटव समेत तीन पदाधिकारियों पर आकर गिरी है। बसपा जिलाध्यक्ष विजय भाष्कर ने तीनों लोगों को पार्टी से बाहर किए जाने की जानकारी मीडिया को दी है। बीते दिन बसपा प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा के सामने कार्यकर्ताओं ने मुख्य जोन इंचार्ज पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए मंच पर चढ़कर गालीगलौज और हाथापाई तक कर डाला था। इसके बाद बसपा नेतृत्व ने पूर्व जिला महासचिव अवधेश कुमार और पूर्व विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष अवधेश गौतम को पार्टी से निकाल दिया था। बसपा के पिछड़ा वर्ग सम्मेलन के बाद जिलाध्यक्ष विजय भाष्कर ने पूर्व जिलाध्यक्ष नगेंद्र पाल सिंह जाटव, पूर्व जिला महासचिव अवधेश कुमार और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवधेश गौतम को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

जानकारी होने से किया इंकार :

बसपा से निष्कासित नागेंद्र पाल सिंह जाटव ने बताया कि उन्हें इस आदेश की जानकारी नहीं है। वह हमेशा से बसपा के सच्चे सिपाही हैं लेकिन मौजूदा समय में अपनी बात कहने पर इसी तरह कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर कर उनकी आवाज दबाई जा रही है। उन्होंने कहा कि वह बसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती से गुहार लगाएंगे और उन्हें पूरा विश्वास है कि वह इस मामले में न्याय करेंगी। वह निर्दोष हैं, बेवजह उन्हें पार्टी से निकाला गया है। देखना है कि बसपा प्रमुख मायावती इस मामले में क्या फैसला लेती हैं।

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