2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने संगठन की बैठक शुरू कर दी है। बीते दिनों अपने यूपी दौरे पर आये अमित शाह ने संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। इस बैठक में अमित शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र का देने के साथ ही कई सांसदों के टिकट काटे जाने के संकेत दिए थे। टिकट काटे जाने के खबर सामने आते ही बीजेपी सांसदों में हड़कंप मच गया है और वे अन्य दलों की ओर अपना रुख करने लगे हैं। खबरें हैं कि बीजेपी के 3 दलित समाज से आने वाले सांसदों ने बसपा से संपर्क साधा है।
कई सांसदों के काटेंगे टिकट :
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी अपने मौजूदा कई सांसदों के टिकट काट सकती है। इसके बाद बीजेपी सांसदों में हड़कंप मच गया है। यूपी के कई सांसद अब मायावती की बहुजन समाज पार्टी में जाने के अवसर तलाशने लगे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में मायावती की बहुजन समाज पार्टी का खाता तक नहीं खुला था। लेकिन बीते उपचुनावों के नतीजों में बसपा किंगमेकर बन कर उभरी है जिसके बाद से उसकी अहमियत पहले से ज्यादा बढ़ गयी है। बसपा का परंपरागत दलित वोट बैंक फिर से एकजुट होता हुआ दिखाई दे रहा है। ऐसे में बीजेपी सांसद भी बसपा में आने की तैयारी कर रहे हैं।
बसपा के संपर्क में हैं 5 बीजेपी सांसद :
यूपी में बीएसपी और समाजवादी पार्टी के गठबंधन की आहट से बीजेपी के कई सांसदों की नींद उड़ गई है। उन्हें डर है कि इस गठबंधन से उनके फिर से जीतने की उम्मीदें कम हैं। सूर्त्रों से खबर है कि टिकट कटने से डर से बीजेपी के कई वर्तमान सांसद बीएसपी से चुनाव लड़ने की तैयारी में है। सियासी गलियारों में खबरें हैं कि बहराइच की सांसद सावित्री बाई फुले, इटावा के सांसद अशोक दोहरे और रोबर्ट्सगंज से बीजेपी सांसद छोटेलाल ने बसपा से टिकट के लिए संपर्क किया है। ये तीनों ही दलित समाज से आते हैं और बीते दिनों अपनी ही पार्टी का खुलकर सार्वजनिक रूप से विरोध कर चुके हैं। देखना है कि बसपा सुप्रीमों मायावती इस मामले पर क्या फैसला लेती हैं।