मथुरा के बलदेव विधानसभा क्षेत्र में आज भी आम जन की मूलभूत जरूरतें पूरी नहीं हो पा रही है. बलदेव क्षेत्र के गांव चौहरी में ग्रामीणों ने पिछले चुनाव में मतदान बहिष्कार किया था. लोगों ने ये सोच कर मतदान बहिष्कार किया था कि उनके गाँव के विकास में कुछ मदद मिलेगी. लेकिन फिर भी इस गाँव में कोई विकास कार्य नहीं किया है.
इस गाँव को जाने वाली मुख्य रोड भी नहीं है. ग्रामीणों को आने जाने में बहुत तकलीफ और असुविधा होती है. आने जाने के लिए कच्ची सड़कें हैं जिससे लोग आने जाने को लोग मजबूर है. बारिश होने पर लोगों को काफी दिक्कत होती है.
2017 विधानसभा चुनाव में किया था पूर्ण रूप से मतदान बहिष्कार:
मथुरा की बलदेव विधानसभा क्षेत्र के गांव चौहरी में ग्रामीणों ने गांव से आने जाने के लिए रोड ना होने के कारण 2017 विधानसभा चुनाव में पूर्ण रूप से मतदान बहिष्कार किया था और गांव से एक भी वोट नहीं डाला गया था लेकिन मतदान बहिष्कार के बाद भी इस गांव की ओर किसी भी जनप्रतिनिधि ने झांक कर नहीं देखा.
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ग्रामीणों ने बताया कि हम विधायक पूरन प्रकाश सांसद हेमा मालिनी व अन्य जनप्रतिनिधियों से अपने रोड को बनवाने के लिए शिकायत कर चुके हैं लेकिन आज तक किसी ने हमारी नहीं सुनी है सिर्फ चुनाव के समय वादे करते हैं और उसके बाद दिखाई नहीं देते हैं।
गांव को शहर से जोड़ने के लिए कोई रास्ता नही हैं बारिश के समय गांव से निकलना भी मुश्किल हो जाता हैं। एक रोड सोगरवार गांव से करील माइनर से होकर हैं जिसकी लम्बाई तीन किमी हैं वहीं दूसरा रोड़ खांडिया गांव से हैं जिसकी लम्बाई दो किमी हैं लेकिन दोनो रोड़ कच्चे हैं.
रोड ना बनने के कारण ही हमने 2017 विधानसभा चुनाव का पूर्ण रूप से मतदान बहिष्कार किया था और अगर हमारा रोड अब भी नहीं बना तो आगामी 2019 लोकसभा चुनाव में फिर से मतदान बहिष्कार करेंगे और जब तक हमारा रोड नहीं बनेगा तब तक हम किसी को एक वोट भी नहीं देंगे.