- विकास खण्ड मानधाता के पूरे तोरई गांव में लाखों रूपया के गोल माल का आरोप ।
- मनरेगा में काम मशीन का और भुगतान मजदूर के खाते में देने का आरोप।
- लाखों की गोलमाल की सुनियोजित योजना, बकुलाही रिवर बैंक पर बाईपास निर्माण का मामला ।
- मांधाता की ग्राम पंचायत पूरे तोरई के ग्राम प्रधान की करामात ।
- कटरा गुलाब सिंह स्थित बाबा भयहरण नाथ धाम जाने के लिए मौजूद मार्ग के अतिरिक्त एक और बायपास मार्ग के निर्माण किए जाने की मांग के मद्देनजर नदी के उत्तरी किनारे को सड़क के रूप में तब्दील किया जा रहा है।
- जिसमें पहले मिट्टी का काम पूरे तोरई ग्राम पंचायत द्वारा मनरेगा योजना के अंतर्गत कराया जा रहा है ।
- किंतु उक्त कार्य मजदूरों के बजाय JCB मशीन कर रही है जाहिर है भुगतान के लिए जॉब कार्ड धारक मजदूरों के बैंक खाते का उपयोग किया जाएगा।
- इधर नदी के किनारे वन विभाग द्वारा लगाए गए करीब 10 वर्ष पुराने हरे-भरे वृक्षों की भी बलि चढ़ाई जा रही है ।
- दूसरी ओर नदी के अंदर की मिट्टी निकाले जाने से नदी की गहराई करीब 20 फुट तक बढ़ रही है जो बेहद खतरनाक है
- विकास के नाम पर नदी के प्राकृतिक स्वरूप से छेड़छाड़ का परिणाम क्षेत्र के लोग विगत 15 वर्षों से झेल रहे हैं ।
- लोगों को पीने के पानी के लाले पड़ गए हैं खेती तो पानी के अभाव में चौपट हो ही चुकी है ।
- उक्त निर्माण से एक ओर जहां मनरेगा मजदूरों का हक मारा जा रहा है वही ग्राम प्रधान को बरसात के महीने में घर बैठे लाखों रुपए कमाने का रास्ता मिल गया है।
- जानबूझकर पर्यावरण की हो रही क्षति का संज्ञान मुख्य विकास अधिकारी ही नहीं जिलाधिकारी भी नहीं लेना चाहते ।
- यही नहीं तथाकथित पर्यावरणविद व वृक्ष लगाने की मुहिम चलाने वाले भी मौन है ।
- मनरेगा की आड़ में जनता के लाखों रुपयों की हेराफेरी करने की साजिश की जांच की नितांत आवश्यकता है ।
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