सिथारु कस्बे के एक साधारण से किसान परिवार के बेटे केशव प्रसाद मौर्या आज अपनी कड़ी मेहनत और संघर्षों से लड़ते हुए प्रदेश के उप मुख्यमंत्री पद पर कार्य कर रहे हैं. जिस किसान परिवार के बेटे ने सरकारी स्कूल से पढ़ाई की, आज वहीं प्रदेश की बाग़दौर संभाल रहा है.
संघर्षों भरा रहा जीवन:
आज के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के बारे मे सबको पता है लेकिन उस केशव के बारे में शायद ही लोगों को पता हो जिसने कभी पढाई के दौरान चाय तक बेचीं. उस केशव के बारे में बहुत कम ही लोग जानते होंगे जिसने अखबार बेचने का काम तक किया. इतने संघर्षों भरे बचपन के बाद आज अगर वो प्रदेश की जनता के प्रतिनिधि हैं तो इसमें कोई दोराए नहीं कि जमीन से जुड़े केशव प्रसाद ने खुद के साथ आम जनता की परेशानियों को भी भांप लिया और प्रदेश व प्रदेश की जनता के विकास में लग गये.
पिछले महीने तबित खराब होने के बाद एम्स में भर्ती:
बता दें कि आज योगी सरकार की कैबिनेट मीटिंग चल रही है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या भी इस बैठक में शामिल हुए हैं. पिछले महीने उनकी तबियत बिगड़ गयी थी. जिसके बाद उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती करवाया गया था.
लेकिन जिन्दगी भर संघर्षों से लड़ने वाले बीमारियों के सामने कैसे घुटने टेकते. जल्द स्वस्थ्य होकर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या वापस प्रदेश लौट आये और फिर चल पड़े यूपी में विकास के पथ पर.
इसी कड़ी में बीते दिनों पीएम मोदी के यूपी में दो दिवसीय दौरे के दौरान केशव प्रसाद मौर्या भी उनके साथ नज़र आये. पीएम मोदी ने कई बड़ी सौगाते यूपी को दी. इस मौके पर सीएम योगी सहित डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या प्रधानमंत्री के साथ दो दिनों तक हमकदम रहे.