संभल में महिला के साथ गैंगरेप के बाद जलाकर मारने की घटना के बाद भी राजपुरा के थाना अध्यक्ष अब तक नहीं सुधरे. थाना अध्यक्ष वरुण कुमार एक और पुरानी रंजिस में युवती के साथ मारपीट और छेड़छाड़ करने के मामले को दबाने में जुटे हुए है. इस बाबत उन्होंने मीडिया को भी गुमराह करने की कोशिश करते हुए मामले को केवल मारपीट की घटना बताई. जब मीडिया ने मामलें में हस्तक्षेप किया तब जाकर छेड़छाड़ की धारा में मुकद्दमा दर्ज किया गया.
राजपुरा के थाना अध्यक्ष ने बताई मारपीट की घटना:
संभल जिले में महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसे जलाकर मारने का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि संभल पुलिस फिर एक और मामलें को लेकर विवाद में घिर गयी है.
रजपुरा के थाना अध्यक्ष पर पुरानी रंजिश के चलते महिला के साथ मारपीट और छेड़छाड़ की घटना को दबाने का आरोप लगा है. बता दें कि आज ही सीएम योगी ने संभल की ही एक दूसरी वारदात को लेकर पुलिस की गुमराह करने वाली रिपोर्ट पर पुलिस अधीक्षक आरएम भारद्वाज को निलंबित किया है. जिसके बाद भी पुलिस अधिकारियों की कार्य प्रणाली में सुधार नहीं आया.
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क्या है मामला:
संभल के रजपुरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले भीमकपुर जैनी गाँव में एक महिला के साथ मारपीट और छेड़छाड़ की गयी. बताया जा रहा है कि पुरानी रंजिश के चलते युवती को दबंगों ने मारा और उसके साथ छेड़छाड़ की. लेकिन रजपुरा के थाना अध्यक्ष है वरूण कुमार पर आरोप लगा है कि उन्होंने इस मामले को दबाने की कोशिश की.
उन पर दबंगों के साथ सांठगाँठ कर उन्हें बचाने का आरोप भी लग रहा है. वहीं जब मीडिया ने उनसे इस बारे में पूछा तो उन्होंने इस पूरे मामले को सिर्फ मारपीट का मामला बता कर गुम्राह्ह करने की कोशिश की. इसके बाद मामले को दबाने में लगे थाना अधीक्षक को मीडिया में ये बात सामने आने के बाद छेड़छाड़ की धारा में मुकदमा दर्ज करना पड़ा.
मीडिया के हस्तक्षेप के बाद छेड़छाड़ का मामला दर्ज:
उनके इस तरह के रवैये से साफ़ है कि महिला सुरक्षा को लेकर सरकार भले ही सजग हो लेकिन पुलिस अधिकारी मामलें में गंभीर होने की बजाये अपनी कार्यविधि से पूरे विभाग को शर्मसार करने में लगे रहते हैं.
इसी कड़ी में आज सीएम योगी ने संभल के ही गैंगरेप और हत्याकांड मामलें में पुलिस अधीक्षक आरएम भारद्वाज को बर्खास्त कर दिया. बता दें कि एसपी आरएम भरद्वाज ने प्रशासनिक अधिकारियों को गुमराह करके इस वीभत्स घटना की गलत रिपोर्ट दी थी.