2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। बसपा सुप्रीमों मायावती इन दिनों पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रही हैं और चुनावी रणनीति बना रही हैं। इसके अन्य अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर मायावती काफी गंभीर हैं। उन्होंने यूपी से बाहर राज्यों में पार्टी के संगठन को मजबूत करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा बसपा सुप्रीमों मायावती ने पार्टी में निष्क्रिय नेताओं को निकालना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में बसपा ने विधान्स्बहा चुनाव पहले 4 बड़े नेताओं को पार्टी से निकाल दिया है।
मॉब लिंचिंग पर बोली मायावती :
बीते दिनों राजस्थान के अलवर में हुई मॉब लिंचिंग की घटना पर बसपा सुप्रीमो ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश भर में बढ़ती इस तरह की घटनाओं के लिए बीजेपी और उसके कार्यकर्ता जिम्मेदार हैं। मायावती ने इस मामले में कोर्ट से हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए इस तरह की घटनाओं की कड़ी निंदा की। इसके अलावा उन्होंने कहा कि बीजेपी शासित राज्यों में इस तरह की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं जिन्हें रोके जाने की जरूरत है। बता दें कि बीते दिनों राजस्थान के अलवर जिले के लल्लावंडी गांव में गो तस्करी के शक में भीड़ द्वारा रकबर नामक मुस्लिम युवक की हत्या कर दी गई थी। इसके ऊपर देश भर में बवाल मचा हुआ है और विपक्षी दल सरकार पर आक्रामक बने हुए हैं।
4 नेताओं को किया निष्कासित :
राजस्थान में बसपा प्रदेशाध्यक्ष सीताराम मेघवाल द्वारा नगर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी वाजिब अली सहित चार कार्यकर्ताओं को बसपा से निष्कासित किया गया है। बसपा प्रदेशाध्यक्ष सीताराम मेघवाल ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के निर्देश पर वाजिब अली (सीकरी) भरतपुर, बन्नालाल मीणा अलवर, रईस अहमद मलिक बाड़मेर व दाताराम नौनेरिया धौलपुर को अनुशासनहीनता व पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए जाने पर बसपा से निष्कासित किया गया है। बसपा की ओर से कई माह पूर्व वाजिब अली को नगर विधानसभा क्षेत्र से पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया जा चुका था।