लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के 14 एमबीबीएस छात्रों की परीक्षा पर रोक लगा दी गई। यह एक्शन केजीएमयू ने छात्रों की उपस्थिति व इंटरनल एक्जाम में अंक कम आने की वजह से लिया है। इन छात्रों का प्रवेश पत्र न मिलने से हड़कंप है। लोहिया संस्थान के यूजी इंचार्ज डॉ. राजेंद्र भटनागर ने बताया कि शॉर्ट अटेंडेंस व इंटरनल असेसमेंट में मार्क कम होने की वजह से छात्रों को परीक्षा में बैठने से रोका गया है। यह आदेश यूनीवर्सिटी का है। इन छात्रों को दो माह बाद परीक्षा का मौका यूनीवर्सिटी द्वारा मुहैया कराया जाएगा।
दरअसल, लोहिया संस्थान को वर्ष 2017 में एमबीबीएस की मान्यता मिली थी। पहले बैच की परीक्षा 27 जुलाई से है। वहीं 14 छात्रों को प्रवेश पत्र जारी नहीं किया गया है। ऐसे में छात्रों में हड़कंप है। इनमें से 10 छात्र कक्षाओं से गायब रहे। इसलिए उपस्थिति पंजिका में हाजिरी 75 फीसद से कम है। वहीं चार छात्रों के इंटरनल असेसमेंट में अंक 35 फीसद से कम आए। ऐसे में केजीएमयू ने इन 14 छात्रों की परीक्षा पर रोक लगा दी है। लोहिया संस्थान में पाठ्यक्रमों की संबंद्धता केजीएमयू से है। ऐसे में परीक्षा का पूरा नियंत्रण उसी का रहता है। उधर, छात्र लोहिया संस्थान प्रशासन पर परीक्षा से वंचित करने का आरोप लगा रहे हैं।