उत्तर प्रदेश में सत्ताधारी दल समाजवादी पार्टी द्वारा चुनाव से पहले विकास के काफी बड़े बड़े वादे किये गए थे। परन्तु सरकार द्वारा विकास के नाम पर प्रदेश के अन्य शहरों की बजाय सिर्फ सैफई को ही विकसित किया गया। विकास के मामले में सैफई के आगे अन्य जिले कहीं नहीं टिकते है।
अन्य शहरों से ज्यादा सुविधाएँ है यहाँ :
- सैफई की आबादी मात्र 7141 है फिर भी यह यूपी के अन्य 50-60 लाख आबादी वाले जिलों पर भारी है।
- यह एक छोटा सा गाँव है मगर यहाँ की सुविधाएं तो ऐसी है जो प्रदेश के अन्य शहरों या जिलों में नहीं होंगी।
- वजह सिर्फ ये कि यह गाँव समाजवादी प्रमुख मुलायम सिंह यादव का पैतृक गाँव है।
- शिक्षा के क्षेत्र में देखें तो यहाँ कई यूनिवर्सिटी और स्पोर्ट्स कॉलेज है जहां खेलते हुए पढ़ भी सकते है।
- मेडिकल के क्षेत्र में यहाँ उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान संस्थान के अलावा कई मेडिकल कॉलेज है।
- इसके अलावा पैरा मेडिकल विज्ञान महाविद्यालय, मेडिकल यूनिवर्सिटी का दर्जा भी सैफई को मिल गया है।
- साथ ही यहाँ के 7141 निवासियों के लिए हवाई पट्टी और लॉयन सफारी भी बनाए गयी है।
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अभी और होगी मेहरबानी :
- सैफई में एथलेटिक्स स्टेडियम, स्वीमिंग पूल, अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट स्टेडियम को बनाने के लिए काम शुरू हो चुका है।
- डेढ़ साल में इटावा को खेल से संबंधित 12 योजनाएं मिली हैं, जिसमें से अकेले सैफई को 11 योजनाएं दी गई हैं।
- जल्द ही 300 बेड का नर्सेज हॉस्टल भी बनेगा साथ ही 500 बेड का सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक आयुर्विज्ञान संस्थान बन रहा है।
- यहाँ पर 200 व्यक्तियों के लिए रैन बसेरा का निर्माण कार्य किया रहा है।
- सैफई में लैपर्ड, बीयर, डियर सेंचुरी बनाने की भी मंजूरी दी जा चुकी है।
- इसके अलावा आगरा से सैफई तक साइकिल ट्रैक की योजना भी शुरू हो चुकी है।
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