योगी सरकार में मंत्री और सुहलदेव समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शुक्रवार को वाराणसी की जिला सत्र अदालत में हाजिरी लगाने पहुंचे. मंत्री जी की पेशी 2010 के एक मामले में वाराणसी जिला कोर्ट में हुई .
क्या था मामला? :
दरअसल यह पूरा मामला 2010 का है जब चौबेपुर थाना अंतर्गत शाहपुर गाँव में दिसम्बर की कड़ाके की सर्दी में गरीबों के मकान बहुजन समाज पार्टी की सरकार में बुल्डोज़र से गिराए जा रहे थे. इस घटना के बाद सुहलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकश राजभर ने वाराणसी डिवीज़न के कमिश्नर को ज्ञापन दिया था. इसी समय पुलिस ने लाठीचार्ज करके राजभर सहित 9 लोगों को 13 दिन के लिए जेल भेज दिया था. कुछ दिनों के बाद जमानत तो मिल गयी मगर तब से केस अबतक चल रहा है.
क्या कहते है कैबिनेट मंत्री राजभर?
इस मामले पर योगी सरकार में सहयोगी ओम प्रकाश राजभर कहते है की सभी लोगो के राजनैतिक केस वापस होने के बावजूद सरकार ने उनका केस वापस नही करवाया इसके लिए वो पिछले 14 महीने से सरकार को लिख रहे है पत्र. सुसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आगे इस मामले में कहा की राजनैतिक केसो को खुद सीएम ने वापस करने के लिए कहा था लेकिन इसके बावजूद मेरा केस नही हुआ वापस.
बलिया विधायक के बयान पर भी बोले:
बलिया विधायक के हिंदुओं को 5 बच्चे पैदा करने को लेकर दिए गए बयान ओपर मंत्री ओम प्रकाश ने ली चुटकी लेते हुए कहा की पहले वह खुद 5 बच्चे पैदा करे.
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