उत्तर प्रदेश एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा 2018 रविवार को प्रदेश के 39 जिलों में 1760 केंद्रों पर हुई। इस परीक्षा पर उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स ( यूपी एसटीएफ) की नजर बनी हुई थी। परीक्षा में यूपी एसटीएफ ने सॉल्वर गैंग का भांडाफोड़ करते हुए मुख्य आरोपी सहित गिरोह के 46 सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। एसटीएफ ने गिरोह के पास से भारी मात्रा में सामान भी बरामद किया है। एसटीएफ के अधिकारी गिरोह के सदस्यों से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई कर रहे हैं।
मुख्य सरगना ओम सहाय पुत्र अवध बिहारी निवासी छतहरा तरहार थाना लालापुर इलाहाबाद है। विनित कुमार पुत्र दिलीप. कुमार निवासी काटीपार मजरा थाना मन्झनपुर कौशांबी, जितेन्द्र कुमार पुत्र संतोष. कुमार निवासी काटीपार मजरा थाना मन्झनपुर कौशांबी। सालवर चिन्टू कुमार पुत्र लल्लन साह निवासी कुअदह थाना बिहिया भोजपुर बिहार का है। भोला कुमार पुत्र राम अशीष निवासी अलावलपुर थाना गौरी चक पटना बिहार। संजू कुमारी पत्नी कन्हाई पंडित निवासी गोहरा थाना कुरथा अरवल बिहार। कन्हाई पंडित पुत्र कामेश्वर निवासी लोधीपुर थाना महेन्दिया अरवल बिहार।
पिन्टू कुमार पुत्र विनेशवर साहू निवासी उपहारा थाना उपहारा औरंगाबाद बिहार। सौरभ पुत्र अखिलेश शर्मा निवासी राजा बजार बेली.रोड पटना बिहार। सुरेश भारतीय पुत्र राजरुप भारतीय निवासी आई 859 विश्व बैंक बर्रा कानपुर। अशोक कुमार पुत्र श्रीपाल निवासी उमरी थाना कोतवाली फतेहपुर। अशोक यादव पुत्र बलवन्त सिंह निवासी अमिलिया थाना घुरपुर इलाहाबाद। इनके पास से 13 मोबाइल फोन के साथ दर्जनों एडमिट कार्ड, दर्जनों पैन कार्ड, छह एटीएम कार्ड, दो आधार कार्ड तथा एक दर्जन टैम्पर्ड सिमकार्ड मिले हैं। इसके साथ ही इनके पास से करीब 15 हजार नगद मिला है। इन सभी के खिलाफ थाना कर्नलगंज में आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।
एलटी ग्रेड में शिक्षक भर्ती परीक्षा में आज उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की है। एसटीएफ ने कल देर रात तथा आज तड़के सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा के दौरान 46 आरोपितों को पकड़ा है। इनमें से अधिकांश लखनऊ और इलाहाबाद से पकड़े गए हैं। इन सभी से काफी सख्ती से पूछताछ हो रही है। एसटीएफ ने जिनको हिरासत में लिया है, उनमें सॉल्वर, अभ्यार्थी और बिचौलिया हैं। जालसाजों को परीक्षा से पहले ही कन्नौज, इलाहबाद व लखनऊ से पकड़ा गया है। परीक्षा शुरू होते ही एसटीएफ ने प्रदेश भर से कुल 18 लोगों को एग्जाम सॉल्वर और फर्जीवाड़े में गिरफ्तार किया।
एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश के अनुसार अभी तक कुल 46 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पूछताछ जारी है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार 18 लोगों में 10 लखनऊ के हैं। वहीं 7 लोग इलाहाबाद में और एक कन्नौज में गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार लोगों की संख्या में इजाफा हो सकता है। इलाहाबाद यूनिट के टीम ने एलटी ग्रेड सहायक अध्यापक की परीक्षा में सॉल्वर बैठाने वाले गैंग के सरगना ओम सहाय, छह सॉल्वर के साथ पांच अभ्यर्थियों को थाना कर्नलगंज, इलाहाबाद क्षेत्र से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। गैंग विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्न पत्र आउट कराकर, सॉल्वर बैठाकर अभ्यर्थियों से रकम लेकर प्रदेश के भिन्न भिन्न सेन्टर पर किया करते थे।
लोक सेवा आयोग कार्यालय पर हो चुका प्रदर्शन
गौरतलब है कि पहली बार आयोग द्वारा करायी जा रही राजकीय इंटर कालेजों में एलटी शिक्षकों की लिखित भर्ती परीक्षा में माइनस मार्किंग भी की जायेगी। चार गलत प्रश्नों पर एक अंक और एक गलत प्रश्न पर .33 अंक काटा जायेगा। आज सुबह 11:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक दो घण्टे की परीक्षा हुई। इस परीक्षा में अभ्यर्थियों से कुल 150 प्रश्न पूछे गए। भर्ती परीक्षा में महिला और पुरुष अभ्यर्थियों के लिए पहली बार अलग-अलग परीक्षा केन्द्र निर्धारित किए गए थे। दरअसल, यूपी पीएससी में आवेदन करते समय केंद्र का आप्शन नहीं था। सभी को आटोमेटिक रूप से केंद्र निर्धारित किए गए थे। इसे लेकर 23 जुलाई को इलाहाबाद में प्रतियोगी छात्रों ने लोक सेवा आयोग कार्यालय पर प्रदर्शन कर सड़क जाम का प्रयास किया था।
परीक्षा केन्द्रों की वीडियो ग्राफी करायी गई
लोक सेवा आयोग के सचिव जगदीश के मुताबिक निष्पक्ष और पारदर्शी ढ़ंग से परीक्षा आयोजित कराने के लिए परीक्षा केन्द्रों पर जहां परीक्षार्थियों की सघन तलाशी ली गई। वहीं परीक्षा कक्षों में सीसीटीवी कैमरे भी लगाये गए थे। जिन परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगेंगे उन परीक्षा केन्द्रों की वीडियो ग्राफी करायी गई। आयोग की कई परीक्षाओं में इलेक्ट्रानिक उपकरणों के जरिए नकल की शिकायतों को देखते हुए इस बार परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षार्थियों की कड़ी जांच करायी। इसके साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं में हाल दिनों में साल्वर गैंग की बढ़ी सक्रियता को रोकने के लिए एसटीएफ की भी मदद ली गई थी। एसटीएफ इलेक्ट्रानिक्स सर्विलांस के जरिए भी परीक्षा पर निगाह थी।
डीजीपी ओपी सिंह ने एसटीएफ को सौंपी थी जिम्मेदारी
इतना ही नहीं परीक्षा केंद्रों के आवंटन को लेकर भी काफी आरोप लगे हैं। परीक्षा के दौरान पैदा होने वाली स्थिति से निपटने के लिए कोई और प्लान तैयार नहीं किया गया। उन्नाव, मथुरा, फैजाबाद के एक-एक और आगरा के तीन परीक्षा केंद्र शामिल हैं। आयोग के मुताबिक इन परीक्षा केन्द्रों में अभ्यर्थियों के लिए जो बैठने की निर्धारित क्षमता होनी चाहिए वह मानक के अनुरूप नहीं थी। इसलिए इन्हें बदला गया। बता दें कि डीजीपी ओपी सिंह ने एलटी ग्रेड टीचर्स भर्ती परीक्षा 2018 में सेंधमारी की आशंका को देखते हुए सुरक्षा की जिम्मेदारी एसटीएफ को सौंपी थी। बता दें कि सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक परीक्षा 2018 के लिए 763317 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। सबसे ज्यादा 159 केंद्र लखनऊ में बनाए गए हैं। इस परीक्षा के लिए 7.63 लाख अभ्यर्थी पंजीकृत हैं।