भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ कोर्ट में गवाही देने वाले जनसंघ व आरएसएस नेता राजकिशोर उर्फ रज्जा भैया का सोमवार को निधन हो गया। वह लगभग 90 वर्ष के थे। आपातकाल की ज्यादतियों का विरोध करने पर उन्हें जेल भी जाना पड़ा। उनकी गवाही पर इंदिरा गांधी को सांसद पद गंवाना पड़ा था।
रज्जा भैया के पुत्र डा ओपी सिंह ने बताया कि अंतिम संस्कार मंगलवार को राजकीय सम्मान के साथ गेगासो गंगा घाट पर किया गया। पूर्व विधि न्याय मंत्री गिरीश नारायण पांडेय ने बताया कि 1971 में हुए चुनाव में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार राजनारायण के विरुद्ध खड़ी हुईं इंदिरा गांधी चुनाव जीत गई थीं।
राजनारायण ने इंदिरा गांधी व उनके सचिव रहे यशपाल कपूर पर चुनाव जीतने के लिए सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग करने आदि का आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट की शरण ली थी। इसमें उनके (गिरीश नारायण) साथ रज्जा भइया ने भी इंदिरा गांधी के विरुद्ध गवाही दी थी। परिणामस्वरूप 1974 में न्यायमूर्ति जगमोहन सिन्हा की अदालत ने इंदिरा गांधी के चुनाव को अवैध घोषित कर दिया था। रज्जा भैया के निधन के बाद उनके घर में मातम पसरा हुआ है, उनके समर्थकों का जमावड़ा भी घर पर लगा हुआ है।