जनपद की एक तहसील ऐसी भी है जहां लोगों का पहुंचना मुश्किलों भरा बन चुका है। तहसील तक पहुंचने के लिए लोगों को भारी मुसीबतों से दो-दो हाथ करना पड़ रहा है।
सड़कों की दुर्दशा से राहगीर परेशान:
यहाँ बात हो रही हैं गाजीपुर जनपद की सेवराई तहसील की। सेवराई तहसील को विभिन्न गांव से जोड़ने वाली सड़कों की दुर्दशा की वजह से आने जाने वाले राहगीरों स्थानीय नागरिकों व फरियादियों को काफी दुश्वारियां झेलनी पड़ रही हैं।
तहसील होने के बाद भी नहीं हुआ कोई विकास:
तहसील का दर्जा प्राप्त होने के बाद क्षेत्रीय लोगों को क्षेत्र में विकास के लिए एक आस जगी थी। लेकिन 8 माह व्यतीत हो जाने के बाद भी तहसील मुख्यालय को जाने वाले विभिन्न मार्गों की दुर्दशा इस तहसील के विकास की पोल खोल रहे है। 144 गांव लेकर जमानिया से विभाजित होने के बाद इस तहसील मुख्यालय के आस-पास के गांव के लोगों को तहसील मुख्यालय के करीब होने से विकास की गंगा बहने की आस जगी थी लेकिन जनप्रतिनिधियों के उपेक्षा और अधिकारियों की अनदेखी के कारण तहसील जाने वाली सड़कों पर कीचड भर जाने के कारण स्थानीय नागरिकों एवं फरियादियों का आवागमन किसी मुसीबत से कम नही।
सभी सड़कों का यही हाल:
तहसील मुख्यालय जाने वाली सड़क देवल सेवराई मार्ग, भदौरा बस स्टैंड से तहसील मुख्यालय मार्ग, भदौरा बस स्टैंड दिलदारनगर वाया भदौरा गांव मुख्य मार्ग, दिलदारनगर अमौरा मुख्य मार्ग से तहसील मुख्यालय को जोड़ने वाली कैथी वाया गोड़सरा सेवराई मुख्य मार्ग आदि सहित विभिन्न गांव को तहसील मुख्यालय से जोड़ने वाली सड़क खस्ता हाल होने के कारण स्थानीय लोगों सहित आने जाने वाले राहगीरों एवं वाहन चालकों को भी काफी परेशानी का का सामना करना पड़ता है। सड़क के गड्ढों और जलजमाव में जहां तमाम वाहनों के पहिए धंस जा रहे हैं वही बच्चों का स्कूल जाना भी कष्टकारक साबित हो रहा।