बलिया : आरपीएफ में तैनात इंस्पेक्टर नर्वदेश्वर मिश्र का हेड क्वार्टर पर ड्यूटी के दौरान बुधवार की रात हृदयाघात से निधन होने की सूचना। दिल्ली के एक मेडिकल इंस्टीट्यूट में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। सेना के अधिकारियों की मौजूदगी में उनका पार्थिव शरीर हवाई जहाज से वाराणसी लाया गया। उसके बाद चंदाडीह के बुढ़ावर पैतृक गांव पहुंचा। शव पंहुचते ही गांव में मातम छा गया।शुक्रवार को हल्दी रामपुर स्थित सरयू तट पर पूर्व सैनिक सम्मान के साथ उनकी अंतेष्टि की गई।।
चंदाडीह गांव में एक मार्च 1963 में जन्म हुआ। इसके बाद नर्वदेश्वर मिश्र स्नातक की पढ़ाई के दौरान सेना में भर्ती हुए। नर्वदेश्वर की पहली तैनाती अजमेर में हुई ।देश की सीमा और देश के विभिन्न भागों में नियुक्ति के बाद मणिपुर के इंफाल में तैनात थे। बीते दिन नई दिल्ली स्थित सीआरपीएफ मुख्यालय पर ड्यूटी करते हुए उन्हें दिल का दौरा पड़ा। उन्हें बुधवार की रात अचानक अस्पताल पहुंचाया गया ।जहां गुरुवार की रात उनका इलाज के दौरान निधन हो गया।सेना मुख्यालय पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उनका पार्थिव शरीर पैतृक आवास बुढावर लाया गया। हल्दी रामपुर स्थित घाघरा तट पर सैनिकों ने शस्त्र उलटकर उन्हें अंतिम सलामी दी। इस दौरान शहीद अमर रहे के उद्घोष से वायुमंडल गूंज उठा।
सीआरपीएफ इंस्पेक्टर नर्मदेश्वर मिश्र का पार्थिव शरीर बूढ़ावर स्थित पैतृक गांव पहुंचने पर सभी की आंखें नम हो गई ।उनके आवास पर श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों का तांता लग गया। विधायक धनंजय कनौजिया ने अंत्येष्टि स्थल पहुँच शहीद को अंतिम विदाई दी ।इस दौरान मौजूद लोगों की आंखें नम हो गई।घर की। महिलाओ का रोते रोते बुरा हाल था।