एक्सिस बैंक के बाहर और राज भवन के पास हुए लूट व हत्या के आरोपी को लखनऊ पुलिस की टीम ने पकड़ ली. आरोपी विनय उर्फ़ विनीत से हुई छोटी से बातचीत.
कैसे पकड़ में आया आरोपी?
कहने को तो राजभवन के पास हत्या व लूटकांड के खुलासे के लिए एसटीएफ और पुलिस की आठ टीमें लगाई गईं थी। लेकिन ऑपरेशन की कमान ऊपर बैठे बड़े पुलिस अधिकारियों के हाथ में थी। किस टीम को क्या करना है? कहां पहुंचना है? किसका पता लगाना है? किसको उठाना है? यह आदेश उच्च अधिकारियों से आते थे।
पुलिस टीम में सिर्फ आदेशों का पालन करती थी। इस चक्कर में पुलिस टीमों ने न सिर्फ तालमेल की कमी दिखी। बल्कि लापरवाही भी उजागर हुई। शनिवार सुबह इसी लापरवाही के चलते लुटेरा पुलिस के शिकंजे से आकर फिसल गया था।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि खूनी लुटेरे का मकान शुक्रवार रात को ही चिन्हित कर लिया गया था। उसके पास असलहे होने और परिवार के साथ होने की वजह से पुलिस एहतियात बरत रही थी। सोशल मीडिया पर आरोपित विनय उर्फ विनीत की फोटो और वीडियो वायरल होने से पुलिस को काफी मदद मिली।
एडीजी जोन राजीव कृष्णा के मुताबिक, डीजीपी ऑफिस में कृष्णानगर क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति ने ई-मेल किया था। इसमें आरोपित के बारे में जानकारी दी गई थी। मेल करने वाले ने फुटेज व अखबार में फोटो देखकर हुलिया के आधार पर पुलिस को सूचना दी थी। फिलहाल लुटेरा रायबरेली से देर रात गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी के बयान:
अभियुक्त ने बातचीत में बताया की में बताया की उसने तो बस 40 हज़ार, 50 हज़ार, 60 हज़ार की ही योजना बनायीं थी, वो भी उससे जो बैंक से निकल रहा हो, पर ज्यादा मिल गया. निकलने से पहले उनसे अपनी बीवी से बोला था की, “हम निकल रहे हैं, बाद में मिलते हैं.”
विनीत ने अपने ऊपर रायबरेली में एक मर्डर का आरोप भी कुबूल किया.
आरोपित विनीत के साथ उसका बहनोई भी था पर उसने बताया की बहन या बहनोई का लूट से कोई लेना देना नहीं था. पैसों को कैसे खपाया, के सवाल पे विनीत ने बताया की उसने ब्रांडेड कपडे खरीद लिया. काफी पैसों की शॉपिंग कर ली थी.
उसने बताया की वैसे तो दवाइयों के लिए लूट की थी पर इतने ज्यादा आ गये तो कपडे खरीद लिए. बता दें की आरोपी ने प्रेम विवाह किया था और उसकी अब 2 बेटियां हैं.
आरोपी के चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी.