राजभवन के सामने एक्सिस बैंक लूट और हत्याकांड के आरोपित विनीत तिवारी की गतिविधियां पहले से ही संदिग्ध थीं। जिस घर में वह किराये पर रहता था, वहां मकान मालिक ने एक पुलिसकर्मी को भी बतौर किराएदार रख दिया था। जिससे वह अक्सर झगड़ता और फिर मकान मालिक को फोन भी कर देता। ऐसे में पुलिसकर्मी उस घर में बमुश्किल पांच महीने ही रह पाया। यह सब पड़ोसियों को भी ठीक नहीं लगा। विनीत तिवारी के घर पर जब पुलिस पहुंची तो पड़ोसी हैरत में पड़ गए। पड़ोस में रहने वाला किशोर बोला कि यकीन नहीं आता कि वह इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देगा। छत से लोग पुलिस की छानबीन को देखते रहे थे।
विनीत तिवारी वाले घर की लाइन में कुल पांच मकान हैं। बाईं ओर शंकर सिंह का ही मकान है। उनके परिवार की वृद्ध महिला ने बताया कि विनीत के पिता कभी-कभी यहां आते हैं। घर में विनीत की मां के अलावा उसकी पत्नी व दो बच्चे रहते हैं। उस मकान के सीवर टैंक की गंदगी आए दिन नालियों में बहती है। इसे लेकर कई बार विनीत के घरवालों से कहासुनी भी हुई। बताया कि विनीत की मां से अक्सर बात होती थी।
वह यही कहती थीं कि बेटा और उसकी पत्नी व बच्चे हमारे पैसे से ही खाते हैं। कोई काम तक नहीं करते। बहू लड़ाई करती है। विनीत वाले मकान के दाईं ओर बने घर में पिछले साल अक्टूबर से एक युवक परिवार सहित रहने आया। युवक के मुताबिक विनीत ज्यादा किसी से बात नहीं करता था। वह सुबह बच्चे को स्कूल छोड़ने और दूध लेने निकलता था। दोपहर को स्कूल से बच्चे को घर लाने के बाद दो से तीन बार बाइक से घूमता था। उसके घर पर रिश्तेदार कभी-कभी ही आते थे। हालांकि जब प्रेसवार्ता में आईजी जोन सुजीत पांडेय से इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई उन्हें जानकारी नहीं है, ये जांच के बाद पता चल पायेगा।