बीजेपी नेता एवं सांसद वरुण गांधी उन सभी संसदों के लिए आज प्रेरणा बन चुके हैं जो सांसद बन मलाई खा रहे हैं। देश की राजनीति का  फिलवक्त का यदि इतिहास लिखा जाए तो वरुण गांधी इकलौते ऐसे सांसद होंगे जिन्होंने अपनी सैलरी का पिछले 9 सालों में खुद के लिए प्रयोग नही किया है। और देश के करोड़पति सांसदों से भी वो यही चाहते हैं कि सांसद अपने वेतन गरीबों में ख़र्च करें।

तीन महीने की सैलरी देकर किया मदद:

वरुण गांधी ने हाल में कई बार मंच से ये बात कही है कि राजनीति पैसा कमाने का जरिया नहीं है बल्कि राजनीति सेवा करने का साधन और रास्ता है। उनका मानना है कि यहां से बड़ी सेवा की जा सकती है। ये बातें उन्होंंने सिर्फ कही ही नही बल्कि इस पर अमल भी किया।

रामजी गुप्ता नामक के एक व्यक्ति ने वरुण गांधी से मदद पाकर इस बात को सोशल मीडिया पर वायरल करते हुए शेयर किया है। रामजी गुप्ता ने लिखा कि वरुण ने अपने तीन महीने की सैलरी से 2.50 लाख रुपये की उसकी मदद की है। रामजी ने खुद फेसबुक पर यह बात बताई है। उसने लिखा कि, “मेरे पापा कैंसर से लड़ रहे हैं और ऐसे में वरुण भैया (सांसद वरुण गांधी) ने लाखों रूपये की मदद की है। मैं वरुण गांधी को दिल से धन्यवाद देता हूं।”

 

28 गरीबों को सैलरी से दे चुके हैं घर:

आपको बता दें कि सांसद वरुण गांधी के लिए ये कोई नई बात नहीं है। गरीबों की मदद के लिए बढ़ने वाले अपने क़दम के पीछे वो अपनी मां को श्रेय देते हैं। वो समय-समय पर अपने संसदीय क्षेत्र आते जाते रहते हैं।

पिछले दिनों उन्होंने 28 गरीबों के लिए अपनी सैलरी से घर भी बनवाया था| इनमे से हर मकान की क़ीमत 1 लाख रूपए थी। इसके अलावा बहुतेरे ऐसे परिवार हैं जिनकी वो अब तक मदद कर चुके हैं।

गरीबों की मदद के लिए उन्होंंने बकायदा शहर में डीएम आफिस के पास एक आफिस बना रखा है। यहां उनके प्रतिनिधि दयाराम अटल प्रतिदिन सुबह 10 से शाम 5 बजे तक बैठते हैं। उनके पास इस प्रकार की एप्लीकेशन जमा होती है, रजिस्टर मेंटेन होता है। और हर एक को बगैर किसी भेदभाव के मदद दी जाती है। 

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