प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के किसानों की आय को 2022 तक दोगुना करने की योजनाओं पर अमल की प्रक्रिया जोर पकड़ रही है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री द्वारा घोषित कृषि से मनरेगा को जोड़ने की योजना को मूर्त रूप देने के लिए उत्तर प्रदेश समेत देश के 8 राज्यों में मंथन हो रहा है।
सीएम योगी संग मंत्री महेंद्र सिंह मौजूद:
आज यूपी सहित देश के 8 राज्यों में कृषि एवं मनरेगा अभिशरण कार्यशाला का आयोजन किया गया है. प्रधानमंत्री ने 2022 तक कृषकों की आय को दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए कृषि को मनरेगा से जोड़ने का निर्णय है। ताकि खेती पर आने वाली उत्पादन लागत को कम किया जा सके। लेकिन कृषि और मनरेगा को कैसे जोड़ा जाए, इस पर मंथन की आवश्यकता है।
#Lucknow : कृषकों की आय दोगुना करने के लिए बाबा भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी ऑडिटोरियम में कृषि मनरेगा अभिसरण कार्यशाला में पहुँचे सीएम @myogiadityanath . @bjpdrmahendra @CMOfficeUP pic.twitter.com/vNsA03zADs
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) August 9, 2018
यूपी में राजधानी लखनऊ मे आयोजित इस कार्यशाला में कई विभागों के अधिकारी शामिल हुए हैं. इसके साथ ही कार्यक्रम नें प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ सहित मंत्री डॉ महेंद्र सिंह भी मौजूद हैं.
कार्यशाला में शामिल हुए ये विभाग:
वमें विभाग, लघु सिंचाई, आईडब्ल्यूएमपी, कृषि, उद्यान, रेशम, कृषि रक्षा, मत्स्य, भूमि संरक्षण, नाबार्ड, विद्युत विभाग, आईडब्ल्यूएमपी, भूमि विकास एवं जल संसाधन, पशुपालन, सिंचाई, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी व बैंक विशेषज्ञ भाग ले रहे है।
उत्तर प्रदेश को चार जोन में बांटा:
उप समिति के सदस्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को चार जोन लखनऊ, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं बुंदेलखण्ड में बांट कर क्रमश: लखनऊ, मेरठ, गोरखपुर और झांसी जिले में बाँट कर कार्यशाला आयोजित करने का निर्देश दिया हैं. इसी कड़ी में देश के 8 राज्यों के साथ प्रदेश में लखनऊ सहित गोरखपुर, झाँसी और मेरठ में भी कार्यशाला आयोजित की गीय हैं.