कन्नौज उत्तरप्रदेश राज्य का एक एक शहर है|यह कन्नौज जिले का मुख्यालय और यूपी का एक नगरपालिका है| शहर का नाम संस्कृत के शब्द कान्यकुब्ज से बना है| ऐसा माना जाता है की कान्यकुब्ज ब्राह्मण मूल रूप से कन्नौज के ही रहने वाले है| कन्नौज शहर राजा हर्ष के काल में हिन्दू साम्राज्य की राजधानी के रूप में विख्यात था| राजा मिहिर भोज के काल में कन्नौज को महोदय नाम से भी जाना जाता था|आइन-ए-अकबरी से मालूम होता है की बादशाह अकबर के ज़माने में कन्नौज मुग़ल सल्तनत के मुख्या केन्द्रों में से एक था| इस क्षेत्र का ज़िक्र रामायण में भी मिलता है|इतिहासकार टॉलमी ने ईसा काल के कन्नौज को ‘कनोगिज़ा’ लिखा है| आधुनिक कन्नौज कानपुर के पश्चिमोत्तर में गंगा नदी के तट पर बसा है| 2011 की जनगणना के अनुसार कन्नौज की आबादी 16,56,616 लाख है,जिनमे पुरुषों की संख्या 8,81,776 लाख जबकि महिलाओं की संख्या 7,74,840 लाख है| यहाँ प्रति 1000 पुरुषों पर 876 महिलायें है| जिले की आबादी में 2001 के मुकाबले 19.27% का इज़ाफा हुआ|यह जिला 2093 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है|जिले साक्षरता दर 72.70% है जो 2001 में 61.88% थी|पुरुषों की साक्षरता दर 80.91 जबकि महिलाओं की साक्षरता दर 63.33% है| यहाँ की कुल 83.05% आबादी हिन्दू और 16.54% आबादी मुस्लिम है|कन्नौज की 83% आबादी गाँवों में रहती है जो खेती के काम में लगी हुई है| यहाँ आलू की अच्छी पैदावार होती है| कन्नौज अपने इत्र के लिए पुरे विश्व में प्रसिद्द है| यहाँ 200 से ज्यादा किस्म के इत्र आज भी पुरानी पद्धति से इत्र बनाये जाते है| कन्नौज इत्र के अलावा अपने तम्बाकू और गुलाब जल के लिए बजी जाना जाता है|कन्नौज राष्ट्रीय राजमार्ग 91 और 91अ से जुड़ा हुआ है|
कन्नौज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में विधानसभा की कुल पांच सीटें है-
छिबरामऊ(कन्नौज), तिर्वा (कन्नौज),कन्नौज(अ.जा.), बिधूना(औरैया), रसूलाबाद(अ.जा) (कानपुर देहात)
यहाँ से समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव सांसद हैं.[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]यहाँ से समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव सांसद हैं.[/penci_blockquote]
कन्नौज लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 18,08,886 लाख है जिनमे पुरुष मतदाताओं की संख्या 10,000,07 और महिला मतदाताओं की संख्या 80,882 है|
1967 में कन्नौज में हुए चुनाव में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के राम मनोहर लोहिया कांग्रेस के एस.एन.मिश्रा को मात्र 472 वोटों से हराया था| 1971 के चुनाव में कांग्रेस के एस.एन.मिश्रा ने भारतीय जन संघ के राम प्रकाश त्रिपाठी को चालीस हज़ार से ज्यादा वोटो से हराकर बड़ी जीत दर्ज की| 1977 में राम प्रकाश त्रिपाठी भारतीय लोकदल के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत दर्ज की| 1984 के चुनाव में कांग्रेस की शीला दीक्षित छोटे सिंह यादव को हराकर कन्नौज की पहली महिला सांसद बनी| 2000(उपचुनाव) से 2009 तक लगातार तीन बार इस सीट से निर्वाचित हुए| अखिलेश यादव जब 2012 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तब इसी वर्ष हुए उपचुनावों में सपा की डिंपल यादव जीती| 2014 में हुए आमचुनावों में समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव ने यहाँ से बड़ी जीत दर्ज की| सोलहवीं लोकसभा में डिंपल यादव जल संसाधन से जुड़े मामलों की स्थाई समिति की सदस्य है| लोकसभा में इनकी उपस्थिति 32% है जब राज्य की औसत 86% और राष्ट्रीय औसत 80% है| मौजूदा लोकसभा में इन्होने एक भी सवाल नहीं पूछा जबकि राष्ट्रीय औसत 251 है|
लोकसभा वर्ष | पार्टी | नाम | |
चौथी | 1967 | सोशलिस्ट पार्टी | राम मनोहर लोहिया |
पांचवी | 1971 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | एस.एन.मिश्रा |
छठीं | 1977 | लोकदल | राम प्रकाश त्रिपाठी |
सातवीं | 1980 | जे.एन.पी.(एस) | छोटे सिंह यादव |
आठवीं | 1984 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | शीला दीक्षित |
नौवीं | 1989 | जनता दल | छोटे सिंह यादव |
दसवीं | 1991 | जनता पार्टी | छोटे सिंह यादव |
ग्यारहवीं | 1996 | भारतीय जनता पार्टी | चन्द्र भूषण सिंह |
बारहवीं | 1998 | सपा | प्रदीप कुमार यादव |
तेरहवीं | 1999 | सपा | मुलायम सिंह यादव |
उपचुनाव | 2000 | सपा | अखिलेश यादव |
चौदहवीं | 2004 | सपा | अखिलेश यादव |
पंद्रहवीं | 2009 | सपा | अखिलेश यादव |
उपचुनाव | 2012 | सपा | डिंपल यादव |
सोलहवीं | 2014 | सपा | डिंपल यादव |