भगवान बुद्ध और महावीर स्वामी की परिनिर्वाण भूमि ‘कुशीनगर’ का इतिहास अत्यंत ही प्राचीन और गौरावशाली रहा है| यह क्षेत्र बुद्ध और गुप्तकाल के कई प्राचीन चीज़ों को खुद में समेटे हुए है| ऐसा नहीं की यह भूमि के जैन और बौद्ध धर्म के लोगों के लिए महत्त्व रखता है बल्कि यह हिन्दुओं के लिए भी ख़ास है| वाल्मीकि रामायण के अनुसार कुशी नगर भगवान श्रीराम के पुत्र कुश की राजधानी था और इसका नाम कुशावती था| कुशीनगर इसलिए भी ख़ास है क्योंकि उत्तर भारत का इकलौता सूर्य मंदिर तुर्कपट्टी में है| ऐसा माना जाता है की विवाह के बाद जनकपुर से अयोध्या लौटने के क्रम में भगवान श्रीराम आये थे और पडरौना से दस किलोमीटर दूर पूरब से होकर बह रही बांसी नदी को अपने साथियों के साथ पार किया था| आज भी बांसी नदी के घाट को ‘रामघाट’ के नाम से जाना जाता है|
2,891 वर्ग किलोमीटर में फ़ैला यह यह जिला राष्ट्रीय राजमार्ग 28 पर गोरखपुर से तकरीबन 50किमी की दुरी पर बसा है|हिमालय की तराई वाले क्षेत्र में बसे कुशीनगर की खोज ब्रिटिश पुरातत्त्वविद कनिंघम ने 1876 में की थी| यहाँ छठीं शताब्दी में हुई खुदाई में भगवान बुद्ध की एक लेती हुई प्रतिमा मिली थी| कुशीनगर का जिला मुख्यालय पडरौना है| जिले में कुल 1,639 गाँव, 8 शहर और चार तहसील (पडरौना, हाटा, तमकुही राज, कास्यं) है|
2011 की जनगणना के अनुसार कुशीनगर में 5,61,062 घर है| यहाँ की कुल आबादी 35,64,544 लाख है जिनमे पुरुषों की संख्या 18,18,055 लाख पुरुष और 17,46,489 लाख है| उत्तर प्रदेश के लिंगानुपात 912 के मुकाबले कुशीनगर में प्रति 1000 पुरुषों पर 961 महिलाएं है| गाँवों में यह आंकड़ा 963 जबकि शहरी इलाकों में 917 है| कुशीनगर की 95.28% आबादी शहरों में और 4.72% आबादी ग्रामीण इलाकों में रहती है| यहाँ अनुसूचित जाति के लोगों की संख्या 15.27% और अनुसूचित जनजाति के लोगों की संख्यां 2.25% है| बौद्ध आस्था का मुख्य केंद्र होने के बावजूद कुशीनगर हिन्दू बहूल क्षेत्र है, यहाँ 82.16% लोग हिन्दू और 17.4% लोग इस्लाम को मानते है| 0.13% बौद्ध धर्म के अनुयायी कुशीनगर में रहते है|
कुशीनगर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र 2008 में अस्तित्त्व में आया| यह उत्तर प्रदेश के 80 लोकसभा सीटों में 65वें नंबर की सीट है| अस्तित्त्व में आने के बाद से ही यह लोकसभा सीट सामान्य श्रेणी की रही है| कुशीनगर लोकसभा में उत्तर प्रदेश विधानसभा की पांच सीटें आती है-
खड्डा, हाटा, पडरौना, रामकोला, कुशीनगर|
भारतीय जनता पार्टी के राजेश पाण्डे यहाँ से सांसद हैं[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]भारतीय जनता पार्टी के राजेश पाण्डे यहाँ से सांसद हैं[/penci_blockquote]
रामकोला की विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है|
चुनाव आयोग के 2009 के आंकड़ों के अनुसार कुशीनगर लोकसभा में 14,38,263 वोटर्स है जिनमे महिला वोटर्स की संख्या 6,58,901 और पुरुष वोटर्स की संख्या 7,79,362 लाख है| इस सीट पर पहली बार 2009 में आमचुनाव हुए जिनमे कांग्रेस के रंजीत ओरताप नारायण ने जीत दर्ज की और कुशीनगर के पहले सांसद बने| वर्तमान में यहाँ से भारतीय जनता प्रति के राजेश पाण्डेय उर्फ़ गुड्डू सांसद है| पहली बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए राजेश पाण्डेय वर्तमान में लोकसभा की परिवहन, पर्यटन और संस्कृति सम्बन्धी स्थाई समिति के सदस्य है| चुनावी हलफनामे के मुताबिक़ इनपर कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है|
लोकसभा | वर्ष | पार्टी | नाम |
पंद्रहवीं | 2009 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | रंजीत प्रताप नारायण |
सोलहवीं | 2014 | भारतीय जनता पार्टी | राजेश पाण्डेय उर्फ़ गुड्डू |