देवीपाटन मंडल का हिस्सा ‘बहराइच’ जिला उत्तरप्रदेश के 75 जिलों में से एक है| एक जमाने में यह जिला ऐतिहासिक अवध का हिस्सा हुआ करता था जो नानपारा तालुकदारी के अन्दर आता था| ज़्यादातर शिक्षण संस्थान, प्रमुख सड़कें और अस्पताल राजा सदत की देन है| बहराइच की सीमाएं उत्तरपूर्व में नेपाल के बर्दिया और उत्तर पश्चिम में बांके जिले से मिलती है| बहराइच जिला पश्चिम में सीतापुर और लक्ष्मीपुर, दक्षिण-पश्चिम में हरदोई, दक्षिण-पूर्व में गोंडा और पूर्व में श्रावस्ती जिले से घिरा हुआ है| राष्ट्रीय राजमार्ग के एनएच-28c जिले के पास से होकर गुजरता है|
बहराइच की आबादी 3,478,257 है, भारत में आबादी के मामले में यह 90वां सबसे ज्यादा आबादी वाला जिला है| बहराइच केटेगरी ‘अ’ का जिला है जिसका मतलब है की यहाँ सामाजिक- आर्थिक और मूलभूत सुविधाओं की घोर कमी है| 2006 में पंचायती राज मंत्रालय ने बहराइच को देश के 250 अति पिछड़े जिलों में से एक है| यह उत्तर प्रदेश का 34वां जिला है जिसे अति पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि के तहत विशेष सहायता मिलती है| 2001 से 2011 तक बहराइच जिले की आबादी में रिकॉर्ड रूप से 46.48% की बढ़ोतरी हुई जबकि 1991 से 2001 के बीच यह आंकड़ा 29.20 था| कुल आबादी का 8.14% हिस्सा गाँवों में जबकि 91.86% हिस्सा शहरों में रहता है| यहाँ प्रति 1000 पुरुषों पर 892 महिलायें है, शहरों में यह आंकडा 909 और ग्रामीण इलाकों में 890 है| बहराइच की औसत साक्षरता दर मात्र 49.36% है जिसमे पुरुष साक्षरता दर 58.34% और महिला साक्षरता दर 39.18% है|
बहराइच में चार तहसीलें है- नानपारा, बहराइच, कैसरगंज, माह्सी
बहराइच लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र उतरप्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में 56वें नंबर की सीट है| अस्तित्त्व में आने के बाद से 2009 तक यह सीट सामान्य श्रेणी की थी| 2009 में हुए आमचुनावों में इस लोकसभा सीट को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दिया गया|
बहराइच लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की पांच विधानसभा सीटें आती है-
बलहा, महासी, नानपारा, बहराइच, मटेरा
बलहा की विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है|
चुनाव आयोग के 2009 के आंकड़ों के अनुसार बहराइच जिले में 1,246,823 मतदाता है जिनमे महिला मतदाताओं की संख्या 570,231 और पुरुष मतदाताओं की संख्या 676,592 है|
वर्तमान में यहाँ से भारतीय जनता पार्टी की साध्वी सावित्री बाई फूले सांसद है.[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]वर्तमान में यहाँ से भारतीय जनता पार्टी की साध्वी सावित्री बाई फूले सांसद है.[/penci_blockquote]
1952 में बहराइच में पहली लोकसभा के आम चुनाव हुए, रफ़ी अहमद किदवई कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर बहराइच के पहले के पहले सांसद के रूप में निर्वाचित हुए| 1957 के आमचुनावों में भी कांग्रेस ने जीत हासिल की| 1962 के चुनाव में कांग्रेस अपनी तीसरी जीत की उम्मीद लगाए हुए थी मगर स्वतंत्रता पार्टी के कुंवर राम सिंह ने उसकी उम्मीदों पर पानी फ़ेर दिया| 1971 के चुनावों में कांग्रेस ने वापसी करके यह सीट दोबारा जीती| 1977 से 1989 तक अलग-अलग पटी के प्रत्याशियों ने लोकसभा में बहराइच का प्रतिनिधित्व किया| 1991 और 1996 के आमचुनाव में जीत हासिल कर बीजेपी 1998 में लगातार तीसरी जीत का सपना देख रही थी मगर बहुजन समाज पार्टी के आरिफ मोहम्मद खान ने जीत दर्ज करके उसका यह सपना तोड़ दिया| अगले ही साल 1999 में हुए आमचुनावों में भाजपा के पद्मसेन चौधरी ने आरिफ मोहम्मद खां से अपनी हार अपनी पिछली हार का बदला लिया|2004 में सपा ने बसपा और 2009 में बसपा ने सपा को हराकर इस सीट पर कब्ज़ा किया| वर्तमान में यहाँ से भारतीय जनता पार्टी की साध्वी सावित्री बाई फूले सांसद है|
लोकसभा | वर्ष | पार्टी | नाम |
पहली | 1952 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | रफ़ी अहमद किदवई |
दूसरी | 1957 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | जोगेंद्र सिंह |
तीसरी | 1962 | स्वतंत्रता पार्टी | कुंवर राम सिंह |
चौथी | 1967 | भारतीय जनसंघ | के.के.नायर |
पांचवीं | 1971 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | बदलूराम शुक्ला |
छठी | 1977 | भारतीय लोकदल | ओमप्रकाश त्यागी |
सातवीं | 1980 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस(इंदिरा) | मौलाना सैयद मुज़फ्फर हुसैन |
आठवीं | 1984 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | आरिफ मोहम्मद खान |
नौवीं | 1989 | भारतीय जनता पार्टी | रुद्रसेन चौधरी |
दसवीं | 1991 | भारतीय जनता पार्टी | रुद्रसेन चौधरी |
ग्यारहवीं | 1996 | भारतीय जनता पार्टी | पद्मसेन चौधरी |
बारहवीं | 1998 | बहुजन समाज पार्टी | आरिफ मोहम्मद खान |
तेरहवीं | 1999 | भारतीय जनता पार्टी | पद्मसेन चौधरी |
चौदहवीं | 2004 | समाजवादी पार्टी | रुबाब सायादा |
पंद्रहवीं | 2009 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | कमल किशोर |
सोलहवीं | 2014 | भारतीय जनता पार्टी | साध्वी सावित्री बाई फुले |