कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी आज कल कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर हैं. बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान राहुल का विमान सैकड़ों फीट ऊपर हवा में संकट में फंस गया था, उस दौरान उन्होंने कैलाश मानसरोवर की यात्रा करने की इच्छा जाहिर की थी। जिसके बाद अपनी इसी इच्छा को पूरा करने राहुल गांधी गुरूवार यानी 30 अगस्त को काठमांडू पहुंचे थे.

राहुल की कैलाश मानसरोवर यात्रा कार्यक्रम:

वैसे तो सुरक्षा की दृष्टि से उनका कार्यक्रम गोपनीय रखा गया हैं. लेकिन बता दें कि कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष लगभग 15 दिन के लिये दिल्ली से दूर कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर हैं.

मानसरोवर यात्रा के लिए दिल्ली से निकले राहुल गांधी 22 घंटे नेपाल मे रहे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत उनकी टीम 30 अगस्त शुक्रवार को शाम 5.30 बजे  काडमांडू पहुंचे थे. जहाँ वे एक रात के लिए काठमांडू के र्याडिसेन में रात्रि विश्राम के लिए ठहरे.

जिसके बाद उनका दल चाइना के लिए रवाना हो गया। भले ही राहुल के इस दौरे को बेहद निजी धार्मिक भ्रमण बताया गया, लेकिन उन्होंने अपनी यात्रा में डिप्लोमैट प्रोटोकोल का इस्तेमाल किया.

लाजिम्पाट में नॉनवेज डिश खाने की खबर :

काठमांडू में रात्रि विश्राम के दौरान राहुल लाजिम्पाट स्थित एक रेस्टोरेंट में भोजन करने पहुंचे. काठमांडू के लाजिम्पाट में रहेको वूटू रेस्टोरेंट में उन्होंने वहां कि खास डिश नेवाड़ी का जायका लिया. जिसमें राहुल ने चिकन मोमोज, कुर-कुरे और बदेल की डिस ओर्डर की। रेस्टोरेंट के वेटर बलराम ने बताया की उनको बदेल की डिश यानी *जंगली सूअर* बहुत पसंद आया तो उन्होने फिर से दोबारा मंगवाई.

काठमांडू स्थित वूटू नेवाड़ी व्यंजनों के लिए प्रसिद्ध है. बता दें कि नेवाड़ी खानें में सिर्फ मांसाहारी डिश होती हैं.

इस रेस्टोरेंट की खासियत ही यहीं है कि इसमें सिर्फ नॉनवेज खाना ही मिलता है और ज्यादातर पोर्क यानी सुअर और चिकेन का आइटम ही सर्व किया जाता है.

काठमांडू में रात्रि विश्राम के बाद चाइना रवाना:

काठमांडू में एक रात बिताने के बाद कांग्रेस प्रमुख चाइना एयर के फ्लाइट नम्बर CA 408 के ‘बिजनेस क्लास के पासपोर्ट नंबर 104160 के जरिये उन्होंने चाइना के लिए प्रस्थान किया।

जानकारी के मुताबिक़ अपने सहयोगी भीम बच्चन और अंगरक्षक समेत 4 लोगो के साथ राहुल गांधी की टीम चाइना के लिए रवाना हुई है।

काठमांडू से ल्हासा के लिए यात्रा किये जाने के समय राहुल ने ‘डिप्लोमैट पासपोर्ट’ का इस्तेमाल किया, इसे सिर्फ धार्मिक यात्रा ही नहीं बल्कि कुछ राजनीतिक एजेंडा के रूप में देखा जा रहा है.

डिप्लोमैट प्रोटोकॉल के साथ राहुल का निजी दौरा:

मुलतः आम भारतीयों को कैलाश मानसरोवर की यात्रा के लिए सामान्य पासपोर्ट लेकर नेपाल होते हुए त्रिशा मूलक जाते वक्त नेपाल स्थित भारतीय दुतावास से अनिवार्य ‘नो ओब्जेक्शन’ लेटर लेना होता है। लेकिन जानकारी के मुताबिक़ राहुल की यात्रा की कोई खबर दूतावास तक नहीं पहुंची.

इसके लिए रणनीति के तहत राहुल द्वारा डिप्लोमैट पासपोर्ट के इस्तेमाल की आशंका जताई जा रही है.

इधर काठमांडू एयरपोर्ट के मुताबिक उनके सहयोगी भीम बच्चन ने राहुल गांधी के लिए ऑनलाइन काठमांडू स्थित होटल में रूम बुक करवाया था. वहीं भारत के रोजी ट्रेवल्स के नाम से राहुल गांधी सहित कुल 4 लोगों की चीन के लिए टिकेट की बुकिंग करवाई गयी हैं.

उधर एयर चाइना के ‘बिजनेस क्लास’ में बुक करवाये गये टिकटो में ‘वीवीआईपी ’ लिखा हुआ है. साथ ही उनके अंगरक्षक के साथ लाइसेंस धारी हथियार साथ होने की खबर भी हैं.

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