उत्तर प्रदेश के जनपद बदायूं में बुखार का कहर जारी है। बुखार से मरने बालों का आंकड़ा करीब दो सौ के आसपास पहुंच गया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग बुखार से कुल 16 लोगों की मौत मान रहा है।
वही 35 लोगों की मौत अन्य बीमारियों से बताई जा रही है। इसके बावजूद जिले में मौतों का सिलसिला जारी है।
प्रभारी सीएमओ डॉक्टर मंजीत सिंह ने हमें बताया कि मरे लोगों की जांच के लिए ऑडिट कमेटी गठित की गई है। इस कमेटी में दो चिकित्सक और जिला मलेरिया अधिकारी को शामिल किया गया है। टीम घर-घर जाकर मृत्यु का कारण का पता करेगी।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]बुखार से मरे मरीजों की जांच करेगी ऑडिट कमेटी[/penci_blockquote]
आपको बताते चले कि, सरकारी अस्पतालों में बुखार के मरीजों से सारे बेड फुल हैं। वही प्राइवेट अस्पतालों में भी पैर रखने की जगह नहीं है।
कुछ मरीज झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराने को मजबूर दिखाई दे रहे है, हालांकि जिलाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग अब गांव -गांव जाकर ग्रामीणों को बचाव और स्वच्छता के उपाय बताते हुए लोगों को समझा रहे है। दूसरी तरफ कोई दिक्कत हो तो मोबाइल नंबर और फोन कर जानकारी देने की बात कह रहे है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर बदायूं पहुंची 2 टीम:
बुखार से मरने वालों की जांच के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जिले में लखनऊ से विशेष टीम के दो दल भेजे गए, तो वहीँ मंडल से भी टीमें पहुंचकर जांच-पड़ताल कर रही है।
बीते दिन बदायूं पहुंचे नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना से भी इस बाबत जब पत्रकारों ने सवाल किया तो उन्होंने कहा मुख्यमंत्री जी का पूरा ध्यान है और मौतों का सही कारण पता लगाया जायेगा कि मौतें बुखार से हुई है या अन्य कारणों से।
स्वच्छता को लेकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।
खैर यह तो जांच के बाद ही साफ हो पायेगा कि मौतें बुखार के चलते हुई है या फिर अन्य बीमारियों के कारण। फिलहाल बुखार से मरने वालों की संख्या 200 के आसपास पहुंच चुकी है।
बदायूं से संवाददाता सुनील मिश्रा की रिपोर्ट
[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”बदायूं न्यूज़” background=”” border=”” thumbright=”no” number=”4″ style=”grid” align=”none” displayby=”uttar_pradesh_categories” orderby=”date”]