उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में सामाजिक रिश्ते को तार-तार करते हुए एक जेठ ने जेल में बंद अपने ही छोटे भाई की धर्म पत्नी की अस्मत लूटने की कोशिश की. जेठ के चंगुल से बचते बचाते पीड़िता थाने पहुंची और प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई लेकिन पुलिस ने पीड़िता की रिपोर्ट दर्ज करने की बजाए आरोपी को शांति भंग की आशंका में तहसील चालान कर दिया। पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थनापत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।
क्या है मामला:
मामला बाराबंकी जिले के थाना टिकैतनगर क्षेत्र के ग्राम सरांयदुनौली का है। यहां की निवासिनी एक महिला का आरोप है कि उसका पति एक मामले में जेल में बंद है और वह अपने घर मे दो छोटे-छोटे बच्चो के साथ गुजारा करती है.
उसकी सास जनपद गोंडा मे रहती है जो कभी कभार घर आती है। पीड़िता का आरोप है कि उसके जेठ बिजय प्रताप सिंह उर्फ मोहित सिंह उस पर गलत निगाह रखते है और उसकी जबरन अस्मत लूटना चाहते है।
क्या है आरोप:
पीड़िता ने बताया कि 22 सितम्बर की रात करीब नौ बजे उसके जेठ बिजय प्रताप सिंह उर्फ मोहित सिंह ने उसे दबोच लिया और जबरन दुष्कर्म करने की नीयत से घसीटकर अपने कमरे मे लेकर जाने लगे।
पीडिता के चीखने चिल्लाने पर पड़ोस के लोगों ने पहुंच कर उसकी आबरू बचाई. जिसके बाद महिला चीखती चिल्लाती घर के बाहर की ओर भागी.
उसने आरोप लगाया कि उसके चीखते हुए बाहर आने पर जेठ बांका लेकर उसे जान से मारने के लिए दौड़ा लेकिन मौके पर 100 नम्बर की पुलिस पहुंच जाने के कारण उसकी जान बच गई।
पुलिस ने पहुँचाया आरोपी को थाने:
100 नम्बर की पुलिस ने आरोपी को हिरासत मे लेकर थाने पहुंचाया। लेकिन टिकैत नगर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की बजाए 151 में तहसील के लिए चालान कर मामले में लीपापोती कर दी।
जबकि पीड़िता का आरोप है कि उसके जेठ दबंग व बदमाश किस्म का व्यक्ति है और कई बार उसके साथ दुष्कर्म करने का असफल प्रयास कर चुका है लेकिन किस्मत से वह बचती रही.
पीड़िता ने लगाई एसपी से न्याय की गुहार:
महिला खौफजदा है कि अगर जेठ पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वो कभी भी उसे बेइज्जत करके जान से मार सकते हैं लेकिन पुलिस उसकी सुनवाई नही कर रही है।
पुलिस के ढुलमुल रवैए से परेशान पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक बाराबंकी से शिकायत कर अपनी आबरू व जान की सुरक्षा की गुहार लगाई है।