आगामी लोकसभा चुनाव का समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नई दिल्ली में लोकतंत्र बचाओ-देश बचाओ साइकिल यात्रा में शामिल कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के साथ ही शंखनाद कर दिया है। इसके अलावा अखिलेश यादव ने जंतर-मंतर पर साइकिल रैली का समापन भी किया। इस दौरान समाजवादी पार्टी के सभी बड़े नेता मौजूद रहे लेकिन सभी को हैरानी तब हुई जब मंच पर अखिलेश यादव के साथ मुलायम सिंह यादव भी नजर आये। हालाँकि इस मंच पर सपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री आजम खान नहीं दिखे जिसके बाद नयी सियासी चर्चाएँ शुरू हो गयी हैं।
भाई नहीं बेटे के साथ है मुलायम :
दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में अखिलेश यादव के साथ पहुंचकर मुलायम सिंह यादव ने साबित कर दिया कि वह भाई के साथ नहीं बल्कि बेटे के साथ हैं। इस दौरान मंच पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव भी मौजूद रहे थे। लंबे समय से समाजवादी परिवार में कुछ मनमुटाव की खबरें आ रही है। समाजवादी पार्टी के कार्यक्रम में पार्टी मुखिया अखिलेश यादव के साथ ही उनके पिता मुलायम सिंह यादव और चाचा राम गोपाल यादव भी मौजूद रहे।
चर्चा में रही आजम की गैरमौजूदगी :
आज़म के कार्यक्रम में न पहुंचने पर उनके प्रतिनिधि शानू ने बताया कि वे रामपुर में कई कार्यक्रम में व्यस्त होने के कारण नई दिल्ली के कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके। इसके साथ ही उन्होंने किसी तरह की नाराजगी या फिर मनमुटाव की बातों से इनकार किया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, आज़म खान घर पर रहे जिस दौरान उन्होंने न किसी से मुलाकात की और न ही मीडिया से कोई बातचीत की जबकि वे जब भी रामपुर में होते हैं, स्थानीय मीडिया से जरुर मुखातिब होते हैं।