उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का काफी अर्से बाद बीच बस्ती में अवैध रूप चल रही सोनपापड़ी की फैक्ट्री में पर डंडा चला. विभाग को जब इस अवैध फैक्ट्री की शिकायत मिली तो सूचना के बाद भट्टी से संचालित सोनपापड़ी प्लांट को बंद करवा दिया गया.
अवैध रूप से चल रही फैक्ट्री के धुंए से लोग परेशान:
प्रदेश में प्रदूषण की क्या स्थिति है, इससे तो सभी वाकिफ़ है और उसपर अवैध फैक्ट्रियों स्थिति को बद से बदतर करता है. यहीं आलम कन्नौज जिले का है, जहाँ काफी समय से बीच बस्ती में अवैध सोनपापड़ी की फैक्ट्री संचालित हो रही थी.
इस फैक्ट्री के कारण पड़ोसियों से लेकर पूरी बस्ती के लोग बहुत परेशान थे. वहीं शिकायत के बाद उपजिलाधिकारी ने जांच करवाई और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मौके पर जाकर प्लांट को बन्द कराया।
क्या है मामला:
कन्नौज के छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र के बजरिया मोहल्ले में विपिन गुप्ता ने अपने घर में सोनपापड़ी का प्लांट लगा रखा था। प्लांट की दो बड़ी भट्टियों में वह कोयले और लकड़ी का इस्तेमाल करता था। जिससे दिन भर उठने वाला तेज़ धुआं पड़ोसी और बस्ती में रहने वालों के लिए मुसीबत बना हुआ था।
उपजिलाधिकारी के आदेश पर बंद करवाई गयी फैक्ट्री:
कई लोग धुएं के कारण सांस के मरीज हो गये। इलाके के लोगो के बार बार कहने के बाद भी जब विपिन गुप्ता ने भट्टियां नहीं हटाई तो स्थानीय लोगों ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में इसकी शिकायत कर दी।
प्रदूषण बोर्ड ने जांच के बाद फैक्ट्री को गलत तरीके से चलता पाया गया. जिसके बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने उप जिलाधिकारी के आदेश पर भट्टी को बंद कराया और साथ ही बिजली विभाग के एसडीओ ने फैक्ट्री में विद्युत आपूर्ति को भी बंद करवा दिया.