उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिला के मौदहा कस्बे में ऐतिहासिक कंस वध मेले की झांकियां निकालने पर दो समुदायों के बीच सोमवार दोपहर से शुरू विवाद मंगलवार शाम तूल पकड़ गया। आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर आंसू गैस के गोले दागे हवाई फायरिंग भी की। बवाल में पुलिस मीडिया कर्मियों समेत दर्जनों लोग घायल हो गए। एक को गंभीर हालत में सीएससी में भर्ती कराया गया। कस्बे में अघोषित कर्फ्यू जैसे हालात थे। डीआईजी मनोज तिवारी का कहना है कि स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है।
कंस मेले के जुलूस के दौरान हुए बवाल से नाराज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी ओम प्रकाश सिंह को तलब कर पूरी रिपोर्ट ली। पहले से जानकारी होने के बाद भी स्थिति को काबू करने में विफल रहे हमीरपुर कुमार सिंह पर गाज गिर सकती है। साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रदेश के अलग-अलग जिलों में हुई अन्य घटनाओं को लेकर डीजीपी से नाराजगी जाहिर की। हमीरपुर मामले में डीजीपी ओपी सिंह ने मुख्यमंत्री को पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि रास्ते को लेकर विवाद था। जिसे सुलझाने की लगातार कोशिश की जा रही थी। डीआईजी चित्रकूट वहां पहले से कर रहे हैं और एडीजी इलाहाबाद को भी मौके पर भेजा गया। दोनों अधिकारी शांति-व्यवस्था कायम होने तक वहीं रहेंगे।
जानकारी के मुताबिक, मौदहा कस्बे में लगभग 150 वर्ष पुराना कंसवध मेला पूर्णिमा के दिन होना था। सोमवार को आयोजकों ने दर्जनों झांकियां सजाकर गुड़ाही बाजार पहुंचाया। वहां से देवी चौराहा होकर पुन: थाना चौराहा से मीरा तालाब की ओर जानी थी। लेकिन तभी समुदाय विशेष के लोगों ने अलाव मैदान में शोभायात्रा निकालने का विरोध कर दिया। इस पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। विवाद नहीं निपटा तो आयोजकों ने कंस मेले को हमेशा के लिए बंद करने की घोषणा कर झांकियों को उनके वाहन से उतार लिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने लाठियां भाजपा समर्थकों को दौड़ाया समर्थक कोतवाली पहुंचे और घेराव कर लिया।
सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल, भाजपा जिला अध्यक्ष संतविलास शिवहरे भी पहुंच गए। सभी ने जिलाधिकारी आरपी पांडेय तथा पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह से वार्ता कर मंगलवार को कंस वध मेला कराने की घोषणा की। मंगलवार को सांसद चंदेल, पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत, जिला अध्यक्ष संतविलास शिवहरे, हमीरपुर चेयरमैन कुलदीप निषाद और को ऑपरेटिव बैंक हमीरपुर महोबा के अध्यक्ष चक्रमणि त्रिपाठी सहित कई भाजपा नेता इकट्ठे हुए। इसी बीच प्रशासन ने विवादित स्थल के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात करा कर बैरीकेडिंग करा दी। मंगलवार शाम 5:00 बजे गुड़ाही बाजार से जुलूस देवी चौराहे की ओर बढ़ा तो प्रशासन ने रोक दिया। इसी बीच शरारती तत्वों ने पथराव शुरू कर दिया। इससे भगदड़ मची तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज हवाई फायरिंग कर दी।
हमीरपुर के मौदहा क्षेत्र में कंस मेले के जुलूस के दौरान हुए बवाल से नाराज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी ओम प्रकाश सिंह को तलब कर पूरी रिपोर्ट ली। पहले से जानकारी होने के बाद भी पति को काबू करने में विफल रहे हमीरपुर कुमार सिंह पर गाज गिर सकती है। साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रदेश के अलग-अलग जिलों में हुई अन्य घटनाओं को लेकर डीजीपी से नाराजगी जाहिर की। हमीरपुर मामले में डीजीपी ओपी सिंह ने मुख्यमंत्री को पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि रास्ते को लेकर विवाद था। जिसे सुलझाने की लगातार कोशिश की जा रही थी।
डीआईजी चित्रकूट वहां पहले से कर रहे हैं और एडीजी इलाहाबाद को भी मौके पर भेजा गया। आसपास के जिलों की फोर्स भेज दी गई है। उन्होंने बताया कि रास्ते को लेकर वहां पहले से तनाव था। जिसे देखते हुए पर्याप्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। डीआईजी को पहले से ही मौके पर भेज दिया गया था। बीते कुछ दिनों में बरेली, इलाहाबाद, प्रतापगढ़ की घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाहिर की। प्रमुख सचिव अरविंद कुमार ने बताया कि स्थिति सामान्य है और दोनों ही अधिकारी पूरी स्थिति सामान्य होने तक वहीं रहेंगे। उधर अलीगढ़ पुलिस द्वारा मीडिया कर्मियों को बुलाकर लाइव एनकाउंटर करने के मामले में बीजेपी ने एसएसपी अलीगढ़ अनी को पूरा दस्तावेजों के साथ और मीडिया में चल रही खबरों की पूरी हकीकत जानी।