उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के भूलनडीह गांव लम्बे समय से धर्मांतरण चल रहा था. मामले के तूल पकड़ने पर कोर्ट के आदेश पर 271 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद गांव का माहौल बदलने लगा है। वहीं आर्य समाज के लोगों ने गांव में हवन यज्ञ कर के शुद्धिकरण किया।
आर्य समाज ने हवन यज्ञ करके लोगों का कराया शुद्धिकरण:
गरीब हिंदू लोगों को लालच देकर और बहला-फुसलाकर धर्मांतरण कराए जाने का मामला पिछले दिनों सुर्खियों में रहा. इस क्षेत्र में ईसाई मिशनरी सक्रिय थे.
सभा के नाम पर आस-पास के गांव के गरीबों को बुलाकर बाइबल पढ़ाई जाती थी.
यहां तक कि उनसे हिंदू धर्म की बुराई भी कराई जाती थी. वहीं पूरे क्षेत्र में कई लोग ईसाई धर्म को मानने लगे थे.
कोर्ट ने दिया 271 लोगों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश:
इसी मामले को लेकर कोर्ट में एक वाद दायर किया गया था, जिस पर कोर्ट ने आदेश दिया था 271 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाए.
इसके बाद इस मामले ने पूरे देश में सुर्खियां बटोरीं. धर्मांतरण के नाम पर चल रहे इस खेल को प्रदेश सरकार ने भी गंभीरता से लिया।
एक बार फिर लोग अपना रहे सनातन धर्म:
आज भूलनडीह गांव का पूरा नज़ारा काफी हद तक बदलता हुआ दिख रहा है। गांव में आर्य समाज के लोगों ने हवन यज्ञ करके लोगों का शुद्धिकरण कराया.
वहीं लोग अब दोबारा सनातन धर्म को अपना रहे हैं. इस जगह पर सभा होती थी. अब वहां धार्मिक कीर्तन होने लगा है.
केराकत के बीजेपी विधायक दिनेश चौधरी ने बताया कि धर्मांतरण का खेल लंबे समय से क्षेत्र में चल रहा था. इस मामले में कार्रवाई करते हुए अब ईसाई लोगों को क्षेत्र से बाहर कर दिया गया है और भटके हुए हिंदुओं की घर वापसी का कार्यक्रम चल रहा है।