जहाँ एक तरफ उत्तरप्रदेश में सरकार बनने के बाद योगी सरकार ने महिलाओ और गरीबों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर पुलिस को सख्त हिदायत दी थी, वहीं प्रदेश में महिलाओं पर दिन प्रतिदिन अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं. जिसका सीधा उदाहरण आज झांसी जिले के झनियापुरा मुहल्ले में देखने को मिला.

दबंगों ने की परिवार की पिटाई:

उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के एसएसपी कार्यालय में अपने परिवार के साथ फरियाद सुनाने आई केशर बाई पत्नी रामसेवक ने बताया कि कल रात दबंगो ने उसके पुत्र, बहु और बेटी को बहुत मारा, जिससे वह और उसका परिवार घायल हो गया.

वहीं जब वह इसकी शिकायत लेकर स्थानीय थाने में पहुंची तो पुलिस ने उनकी शिकायत नहीं सुनी. इसके बाद उसे और उसके परिवार को मजबूरन जिले के एसएसपी विनोद कुमार सिंह के दरवाज़े को खटखटाना पड़ा.

केशर बाई और उसका पूरा पीड़ित परिवार एसएसपी विनोद कुमार सिंह के पास अपनी फ़रियाद लेकर पहुंचे पर उनके साथ दबंगों की करनी के बारे में जानकारी दी.

सवाल:

वैसे इस पूरे प्रकरण में एक सवाल जो सामने आता है वो ये हैं कि दबंगों ने तो उनके परिवार को प्रताड़ित किया ही लेकिन हमारी सुरक्षा में तत्पर स्थानीय पुलिस ने इसके बाद क्या कार्रवाई की?

वहीं एक सवाल ये भी उठता है कि केशर बाई और उनके जैसे ही तमाम पीड़ित आये दिन किसी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी या एसएसपी के दर पर फ़रियाद लेकर ही क्यों जाते हैं, जब इस तरह की परेशानियों का हल स्थानीय पुलिस के जिम्मे है?

सीधी सी बात है कि स्थानीय पुलिस या तो अपने कर्तव्यों का निर्वहन ठीक से नहीं कर रही, या शायद आम जनता के मन में अपने लिए विश्वास नहीं जगा पा रही. इसीलिए फरियादियों को प्रतिदिन एसएसपी की शरण ही लेनी पड़ती है.

वहीं महिलाओ और गरीबों पर हो रहे अपराध को लेकर समाज सेविका ममता ने UttarPradesh.org से बात करते हुए अपनी राय दी. साथ ही उनकी संस्था गरीबों के उत्थान के लिए कैसे काम करती है इस बात की जानकारी दी.

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें