राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के कुलपति जमीरूद्दीन शाह के खिलाफ वित्तीय एवं अन्य अनियमितताओं के आरोपों की जांच को अपनी मंजूरी दे दी है। कुछ दिनों पहले राष्ट्रपति ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रतन लाल हांगलू के मामले में जांच को अपनी मंजूरी दी थी।
- राष्ट्रपति ने कुलपति के खिलाफ प्रशासनिक और अन्य अनियमितताओं को लेकर जांच के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
- एएमयू के विजिटर के तौर पर राष्ट्रपति ने यह मंजूरी केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के एक प्रस्ताव पर दी है।
- जिस पर जनता दल के पूर्व सांसद वसीम अहमद ने एक ज्ञापन देकर कुलपति के खिलाफ आरोपों की जांच की मांग की थी।
- इससे पहले, राष्ट्रपति मुखर्जी ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के कुलपति आर एल हंगलू के खिलाफ भी ऐसी ही जांच की मंजूरी दी थी।
- सूत्रों के मुताबिक केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने हाल ही में राष्ट्रपति के पास दो प्रस्ताव भेजे थें।
- इसमें इलाहाबाद विश्वविद्यालय और एएमयू के कुलपतियों के खिलाफ शिकयतों की जांच की मंजूरी मांगी गई थी।
- चूंकि राष्ट्रपति देश के सभी विश्वविद्यालयों के विजिटर होते हैं।
- इसलिए मंत्रालय को राष्ट्रपति से इन मामलों की मंजूरी लेना अनिवार्य होता है।
- मालूम हो कि इलाहाबाद विवि और एमयू के कुलपति के खिलाफ अनियमितताएं बरतने के आरोप लगे थें।
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शाह ने आरोपों को नकाराः
- एएमयू कार्यकारी परिषद के सदस्य अहमद ने कुलपति शाह के खिलाफ जांच की मंजूरी का स्वागत करते हुए कहा कि यह काफी लंबे समय से लंबित था।
- वहीं, शाह ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को नकारते हुए कहा है कि कुछ ऐसे लोग उनके खिलाफ मुहिम चला रहे हैं।
- उनके अपने कुछ स्वार्थ हैं, जिसकी वहज से ऐसी चीजें सामने आ रहीं हैं।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ जांच को राष्ट्रपति ने दी मंजूरी!
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