हम आपको बता दें ब्रेन अटैक पड़ने पर 30 मिनट के बाद ही इलाज शुरू करना ठीक रहता हैं ऐसा करने से मरीज की जान बचायी जा सकती हैं ऐसा मानना  गुजरात के न्यूरो सर्जन डॉ. सुधीर शाह का हैं ।

जाने ब्रेन अटैक से मृत्यु  होने का क्या कारण:

  • आपको बता दें ब्रेन अटैक के हर सैकंड में 32 हजार कोशिकाओं की मृत्यु होती हैं।
  • कुछ ही मिनटों के बाद इसकी संख्या काफी बढ़ जाती है।
  • जिससे जीवन व मृत्यु के बीच फासला कुछ ही देर का रह जाता है।
  • यह गुजरात के न्यूरो सर्जन डॉ. सुधीर शाह का मानना हैं।

ब्रेन अटैक के मरीज को तुरंत हॉस्पिटल ले जाना चाहिए :

  • राज एपिकॉन का कहना है की ब्रेन अटैक के मरीज को तुरंत हॉस्पिटल ले जाना चाहिए।
  • इनका मानना है की ब्रेन अटैक के मरीज का इलाज 30 मिनट बाद ही शुरू करना सही रहेगा।

ब्रेन अटैक के कारण :

  • आपको बता दें 85 प्रतिशत मरीजों में ब्रेन के अंदर धमनी में खून की गांठ का जमना होता है।
  • 15 प्रतिशत मरीजो में ब्रेन हेमरेज की वजह से होता हैं।

इससे बचने के उपाय :

  • ब्रेन अटैक पड़ने पर ब्रेन को पूरा खोल देते है।
  • उसके बाद अटैक वाली नली में से क्लॉट निकालते हैं।
  • ये इस बीमारी के मरीज को बचाने का आखरी तरीका है।
  • जिससे उसे फिर कभी अटैक पड़ने की आशंका नहीं रह जाती है।

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