दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चलते ‘एनजीटी‘ और दिल्ली ‘हाई कोर्ट‘ द्वारा आस पास के राज्यों को निर्देशों दिए जान के बावजूद राज्यों में फसलों के अवशेष जलाने का काम बदस्तूर जारी है। किसानों कि माने तो उनके पास आग लगाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।
आसपास के राज्यों में फसलों के अवशेष जलने से बढ़ रहा है दिल्ली का प्रदुषण
- दिल्ली के पडोसी राज्यों के खेतों में बदस्तूर फसलों के अवशेष जलाये जा रहे हैं।
- दिल्ली के पास पानीपत में आप को आज कल रोज़ ही खेतों में फसल के अवशेष जलते हुए देखने को मिल जायेंगे ।
- यही हाल दिल्ली के पास हरियाणा के खेतों का भी है।
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- दरअसल दिल्ली के पास के इलाकों में फसलों के अवशेष जलने से जो धुआं निकलता है।
- वो सीधा दिल्ली हवाओं में घुल मिल जाता है।
- इस धुंए के कारण दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बहुत तेज़ी से बढ़ता जा रहा है ।
- इसी लिए ‘एनजीटी’ और दिल्ली ‘हाई कोर्ट’ ने पडोसी राज्यों को सख्त निर्देश दिए ।
- जिसमे उन्हों ने राज्यों को हिदायत दी कि फसलों के अवशेष जलने से रोकें ।
- सरकार द्वारा किसानो को समझाया तो गया पर उन्हें कोई सहूलियत नहीं दी गई ।
- इससे किसानों का कहना है कि वो आग न लगाएं तो क्या करें।
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- किसानों के मुताबिक हाथ से कटाई करवाने पर इतने अवशेष नहीं बचते जिन्हें जलाना पड़े ।
- लेकिन इससे मजदूरी की लागत बढ़ जाती है।
- जबकि मशीन से कटाई करवाने पर धान के ठूंठ बच जाते हैं जिन्हें जलाना पड़ता है।
- किसानों का कहना है कि फसल के अवशेष न जलाने के लिए तो उनसे कहा तो जाता है।
- लेकिन न जालाने पर वो क्या करें सरकार द्वारा इसका कोई विकल्प उन्हें नही दिया जाता ।
- किसानों कि माने तो उन्हें उनकी फसल का सही मूल्य भी नहीं मिलता।
- ऐसे में उनके पास आग लगाने के अलावा और कोई रास्ता ही नहींरह जाता है ।
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