अपने विवादित बयानों को लेकर राजनेता अक्सर चर्चा में बने रहते हैं लेकिन अगर विवादित बयान सत्ताधारी दल की तरफ से दिए जाएँ तो देश भर में उसकी खासी चर्चा होती है। कुछ ऐसा ही कारनामा विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाली यूपी के बहराइच लोकसभा से बीजेपी की सांसद सावित्री बाई फुले ने किया है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने करोड़ों हिदुओं के आराध्य भगवान हनुमान को मनुवादी लोगों का गुलाम बताया है। भाजपा सांसद ने तो यहां तक कह डाला कि अगर भगवान राम में शक्ति होती तो अयोध्या में मंदिर बन गया होता।
श्री राम को बताया मनुवादी :
भाजपा सांसद ने मीडिया से बातचीत में भगवान राम को मनुवादी बताया। उन्होंने कहा कि हनुमान मनुवादी लोगों के गुलाम थे। उन्होंने कहा कि अगर वह दलित नहीं थे तो उन्हें इंसान क्यों नहीं बनाया गया ? उन्हें बंदर क्यों बनाया गया ? उनका मुंह क्यों काला किया गया…? उन्होंने इन सवालों के जवाब में कहा कि ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि वह दलित थे।
उन्होंने कहा कि दलितों और पिछड़ों को वानर और रक्षक कहा जाता था। हनुमान एक इंसान थे लेकिन उन्हें बंदर बनाया गया। उन्होंने दावा किया कि हनुमान दलित थे इसलिए उन्हें अपमानित किया गया था। उस दौरान हम दलितों को इंसान नहीं समझा जाता था।
मंदिर से सिर्फ ब्राह्मणों को होगा लाभ :
सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर मुद्दा विचाराधीन होने पर भाजपा सांसद ने कहा कि बीजेपी के पास कोई दूसरा मुद्दा नहीं बचा है इसलिए इसे उछाल रही है। उन्होंने कहा कि देश को मंदिर की जरूरत नहीं है, क्या मंदिर बनाने से दलितों और पिछड़ों की बेरोजगारी का मुद्दा हल हो जाएगा ?
उन्होंने कहा कि राम मंदिर बनने से सिर्फ ब्राह्मणों को लाभ होगा जो देश में सिर्फ तीन फीसदी हैं। बीजेपी सांसद ने कहा कि हमको अधिकार चाहिए वर्ना कुर्सी खाली करो। सावित्री बाई फुले के बयान पर बीजेपी ने कहा कि ऐसा लगता है कि सांसद को भारतीय परंपरा का ज्ञान नहीं है।