उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान हनुमान को दलित बताने के साथ ही विपक्षी दलों को सत्ता पक्ष भाजपा को घेरने का मौका मिल गया है। हनुमान पर दलित का तमगा लगा तो समुदाय के लोग मंदिर में कब्जा करने भी जा पहुंचे। हद तो तब हो गई कि भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर ने चढ़ावे पर हक की बात तक कह डाली। इसी क्रम में अब समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता नारद राय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर पलटवार करते हुए उनके माता-पिता के डीएनए की जांच की बात कह डाली है।
नारद राय ने दिया विवादित बयान :
बलिया में एक कार्यक्रम के दौरान नारद राय ने कहा कि ‘हनुमानजी हों, शंकरजी हों, शिवजी हों…सभी हमारे आराध्य हैं। आराध्य को जाति की सीमा में, जातिसूचक शब्दों से सम्मानित करना, अपमानित करना यह भारतीय जनता पार्टी का रोजगार है। पहले योगीजी को अपनी जाति के बारे में अच्छे से जानना चाहिए, अपनी मां से पूछना चाहिए, अपने बाप से पूछना चाहिए…हम डीएनए टेस्ट कराएंगे तब हनुमानजी पर बहस करेंगे।’
सीएम की जाति पर उठाये सवाल :
सपा नेता नारद राय ने इसके आआगे कहा कि ‘योगीजी पहले बताएं, अपने मां-अपने बाप…मां-बाप ही बताएंगे कि किस जाति के हो….सबसे बढ़िया उनकी मां ही बता सकती हैं कि वह किस जाति की हैं, उनका गोत्र क्या है, वह किस कुल के रहने वाले हैं। उन्होंने कहा कि जब आपके माध्यम से वह बता देंगे तो फिर मैं डीएनए टेस्ट कराऊंगा कि उनकी मां जो बताई हैं, उनके बाप जो बताएं हैं वही सही है या गलत है..तब जाकर बात आगे बढ़ेगी’।