खिरारी गाँव के प्राथमिक स्कूल में 3 दिन से बंद गौ वंश
- थाना राया क्षेत्र के गाँव खिरारी के प्राथमिक स्कूल में 3 दिन से बंद गौ वंश
- बंद गौ वंश को आजाद कराने के लिए पुलिस एवं प्रशासन के साथ-साथ पशुपालन विभाग के अधिकारी पहुंचे
- वहा पंहुंच कर ग्रामीणों से वार्ता की और बंद गौ वंश को आजाद कराने के लिए कहा
- गांव खिरारी में 3 दिनों से सरकारी स्कूल में सैकड़ों की संख्या में गौ वंश को ग्रामीणों ने बंद कर रखा है।
- जिसे आजाद कराने के लिए आज राया थाना प्रभारी हरविंद्र मिश्रा तहसीलदार महावन पीपी पाठक
- पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ केवी सिंह मौके पर पहुंचे।
- दरअसल कारब गांव में स्कूल में बंद गौ वंश की हुई मौत के बाद प्रशासन के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
- इसे लेकर अब गांव-गांव स्कूलों में बंद गौ वंश को छुड़ाने के और उन्हें आजाद कराने के लिए अधिकारी ग्रामीणों से आग्रह और मन्नतें कर रहे हैं।
- लेकिन ग्रामीणों का साफ तौर पर यही कहना है कि फसलों में लगातार नुकसान हो रहा है उस नुकसान की भरपाई कौन करेगा।
अगर इनका सही रूप से इंतजाम नहीं हुआ तो परिवार का भरण पोषण कैसे चलेगा।
- खिरारी गांव में ग्राम प्रधान सहित अन्य ग्रामीणों से पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने वार्ता
- वार्ता की ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उन्हें दूसरे गांव के चारागाह की जमीन पर तारबंदी कर इन गायों का इंतजाम कराया जाएगा
- इस आश्वासन पर ग्रामीणों ने अधिकारियों को कहा कि वह 1 दिन बाद तारबंदी वाली जगह पर गौ वंश को छोड़ देंगे।
- लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात रहा।
- अधिकारियों ने ग्रामीणों से खूब मन्नते की लेकिन उनकी बात नहीं मानी क्योंकि आवारा गौ वंश फसलों में नुकसान पहुंचा रहे हैं।
- पशु चिकित्सा अधिकारी केवी सिंह ने कहा कि गौ वंश को बंधक बनाना पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत आता है।
- यह कानूनन अपराध है इस तरह से गौवंश को भूखा प्यासा रखना भी गलत है।
[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”UP NEWS” background=”” border=”” thumbright=”no” number=”6″ style=”grid” align=”none” displayby=”recent_posts” orderby=”random”]
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें