उत्तर प्रदेश के देवरिया जेल कांड में माफिया अतीक अहमद की बैरक की तलाशी के बाद प्रशासन ने कड़ा कदम उठाते हुए डिप्टी जेलर देवकांत यादव समेत हेड वार्डन मुन्ना पांडेय, वार्डन राजेश कुमार शर्मा और रामआसरे को दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया है। देवरिया जेल के अधीक्षक दिलीप पांडेय और जेलर मुकेश कटियार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के साथ ही अतीक अहमद को बरेली जेल भेजने की सिफारिश की गई है। साथ ही जेल की सीसीटीवी फुटेज डिलीट करने के मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है।
आपको बता दें कि माफिया अतीक अहमद जेल से ही अपनी सत्ता चला रहा है। उसने अपने गुर्गों की मदद से लखनऊ निवासी एक कारोबारी मोहित जायसवाल का अपहरण करवाकर देवरिया जेल में अपने बेटे के साथ मिलकर उसे पीटा था और रंगदारी मांगी थी। जेल के अंदर हुई इस घटना से प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए थे। जिस पर कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने सोमवार को डिप्टी जेलर समेत चार को निलंबित कर दिया है। एडीजी जेल ने मामला संज्ञान में आने पर 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी है।
गौरतलब है कि देवरिया जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद के इशारे पर उसके गुर्गों ने आलमबाग के रियल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल को 26 दिसंबर को उनकी गाड़ी समेत घर से अगवा कर लिया। देवरिया जेल में मोहित को ले जाकर बैरक में पीटा और कनपटी पर पिस्तौल सटाकर उनकी पांच कंपनियों का मालिकाना हक दो युवकों के नाम ट्रांसफर करवा लिया। इसके बाद जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया और गाड़ी भी छीन ली। कारोबारी शुक्रवार रात कृष्णानगर कोतवाली पहुंचा व अतीक अहमद, उनके बेटे उमर समेत 12 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने दो आरोपितों को गोमतीनगर से गिरफ्तार किया है। उमर व अन्य आरोपित फरार हैं। इस संबंध में कोतवाली प्रभारी कृष्णानगर यशकांत सिंह ने बताया कि पूर्व सांसद अतीक, उसके बेटे व अन्य लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। दो आरोपितों को पकड़ लिया गया है। अन्य की तलाश की जा रही है। मामले की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]गुर्गों के पास से कार हुई बरामद[/penci_blockquote]
इसके बाद अतीक के गुर्गे मोहित को जेल से बाहर ले आए और उनकी गाड़ी छीन ली व जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया। पीड़ित ने आपबीती एसएसपी कलानिधि नैथानी को बताई तो उनके निर्देश पर शुक्रवार की रात को कृष्णानगर कोतवाली में अतीक अहमद, उनके बेटे उमर, गुर्गे जकी अहमद, फारूक, गुलाम सरवर व अन्य के खिलाफ अपहरण, लूट, जालसाजी व षड्यंत्र रचने का केस दर्ज किया है। कृष्णानगर पुलिस ने सुलतानपुर के खरहा निवासी गुलाम मुइनुद्दीन और प्रतापगढ़ के सराय निवासी इरफान को गिरफ्तार कर उनके पास से मोहित की फॉर्च्यूनर बरामद कर ली है।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]अतीक अहमद के गुर्गे वसूलते रहे हैं रंगदारी[/penci_blockquote]
आलमबाग के विशेश्वरनगर निवासी रियल एस्टेट कारोबारी मोहित जायसवाल से अतीक अहमद के गुर्गे काफी दिनों से रंगदारी वसूल रहे थे। मोहित का आरोप है कि अतीक के गुर्गे फारूक व जकी अहमद ने उनके गोमतीनगर स्थित रियल एस्टेट के कार्यालय पर कब्जा कर लिया था। इन लोगों ने मोहित व उनकी बहन आरती के डिजिटल हस्ताक्षर (डीएससी) भी करवा लिए थे। ये लोग मोहित पर कंपनी के शेयर ट्रांसफर करने का दबाव बना रहे थे। मोहित का कहना है कि इनकार करने पर अतीक के गुर्गों ने उन्हें 26 दिसंबर को घर के पास से उनकी फॉर्च्यूनर (यूपी32जेआर-1804) समेत अगवा कर लिया। मोहित को देवरिया जेल ले जाया गया। देवरिया जेल में एंट्री की मुहर हाथ पर लगवाकर उन्हें अतीक की बैरक में ले जाया गया। मोहित के मुताबिक वहां अतीक अहमद, उनका बेटा उमर व 10-12 लोग मौजूद थे। मोहित को बैरक में ही डंडों से से पीटा गया। उनके कूल्हे पर गंभीर चोट आई है व दाहिने हाथ की दो उंगलियां टूट गईं। इसके बाद अतीक ने धमकाकर मोहित की कंपनी एमजे इंफ्रा हाउसिंग प्राइवेट लिमिटेड, एमजे इंफ्रा ग्रीन प्राइवेट लिमिटेड, एमजे इंफ्रा लैंड, एलएलपी और एमजे इंफ्रा एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड को अपने गुर्गों फारूक व जकी अहमद के नाम ट्रांसफर करवा लिया।
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