नव वर्ष पर भी नही है अपनी जान की फ़िक्र, अपनी जान जोखिम
में डालकर खतरनाक स्टंट करते नजर आए युवक
लखनऊ। नए साल 2019 की ख़ुशी कुछ यूँ मनाते नजर आये आज के युवक, जिससे उनकी कभी भी भी जा सकती है जान। नव वर्ष पर मानों स्टंटबाजों के लिए सारे नियम कानूनों को ताक पर रखने का था। बाइक स्टंट या ओवर स्पीड की वजह से सड़कों पर होने वाले हादसों में लोगों की जान जा रही है। इनमें ज्यादातर मौतें ओवर स्पीड या स्टंट के चलते हुए हादसों में हुई हैं। इसके बाद भी पुलिस इन पर अंकुश लगाने की दिशा में कोई खास कदम नहीं उठाती। मीडिया टीम ने उन पॉइंट्स पर जाकर रियलिटी चेक किया तो न कोई ट्रैफिककर्मी दिखा न ही थाने की पुलिस नजर आई।
- इन स्टंटबाजों ने शहर में बेखौफ होकर बीच सड़क पर यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाईं।
- इन स्टंटबाजों को न तो अपनी जान की परवाह है और न दूसरों की।
- जबकि, स्टंटबाजी के कारण अक्सर किसी न किसी के घायल होने व जान जाने की खबरें आती रहती हैं।
- गोमती नगर में रिवरफ्रंट के पास किसी बाइक पर चार-चार लोग दिखे।
- कहीं हाथ छोड़कर बाइक पर स्टंट करते युवाओं का उनके साथी वीडियों बनाने में मशगूल रहे।
- पुलिस ने इन्हें रोकना भी मुनासिब नहीं समझा।
फ्लाईओवर पर भी स्टंटबाजी करते हैं ये युवक
गत दिनों में जनेश्वर मिश्र पार्क से लौट रहा युवक सहारा फ्लाईओवर पर बाइक स्टंट करने लगा। गाड़ी पर उसका दोस्त और एक युवती भी बैठी थी। स्टंट के चक्कर में गाड़ी अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराई। हादसे में तीनों की मौत हो गई। दो दिन ट्रैफिक पुलिस ने यहा सख्ती दिखाई उसके बाद चुप बैठ गई। जबकि इस फ्लाइओवर पर स्टंटबाजों का ऐसा कहर है कि यहां से गुजरने वाले रागहीर कई बार उनकी चपेट में आ जाते हैं।
पुलिस का नही है इन स्टंट बाजों को डर
सीओ गोमतीनगर के कार्यालय से महज सौ मीटर दूर मरीन ड्राइव स्टंटबाजों का अड्डा है। कई साल से यहां स्टंट करने वाले सुबह और शाम जुटते हैं। तरह-तरह से खतनाक करतब करते युवकों को रोकने टोकने वाली पुलिस उन्हें स्टंट करते हुए देखकर निकल जाती है।
बीच राह ही करते हैं स्टंट ये स्टंटबाज
जाम की समस्या की वजह से हाई-वे होने के बावजूद लोहिया पथ सबसे व्यस्त रोड हो गई है। इस रोड पर तेज रफ्तार दौड़ती गाड़ियों के बीच बाइक तो दूर कार सवार भी स्टंट करते नजर आते हैं। गत दिवसों में इंदिरानगर निवासी दो वरिष्ठ नागरिक फन मॉल के आगे सड़क के किनारे बात कर रहे थे, तभी स्टंट करते हुए कार सवार ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। दोनों बुजुर्ग गंभीर रूप से घायल हो गए। गौतमपल्ली से लेकर पॉलिटेक्निक चौराहे के बीच इस रोड पर तीन चौकी और पांच पुलिस व ट्रैफिक पुलिस का बूथ है। बावजूद इसके पुलिस स्टंट करने वालों को रोकने का प्रयास नहीं कर रही।
रफ्तार चेक करने के संसाधनो का केवल वीआईपी मुवमेंट में किया जाता है उपयोग
जानलेवा हादसों की वजह बन रही रफ्तार को चेक करने का उपाय ट्रैफिक पुलिस नहीं कर पा रही है। मेट्रो जैसी सुविधा से लैस राजधानी में किसी सड़क पर स्पीडो मीटर नहीं लगा है जिससे खतरनाक तरीके से चलने वालों को पकड़ा जा सके। ट्रैफिक पुलिस को उपलब्ध चार इंटरसेप्टर वैन में स्पीड चेक करने की डिवाइस लगी है। यह वैन ट्रैफिक पुलिस को मिली भी इसीलिए है कि शहर की सड़कों पर दिनभर ओवर स्पीड की जांच की जा सके, लेकिन इस वैन का उपयोग केवल वीआईपी मुवमेंट के दौरान रास्ता खाली करवाने में किया जा रहा है।
रिपोर्ट- संजीत सिंह सनी
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