राजधानी लखनऊ के काकोरी में हुई युवक की हत्या के मामले में तफ्तीश के दौरान रिश्वतखोरी उजागर होने पर रायबरेली के पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने क्राइम ब्रांच प्रभारी डीपी सिंह और विवेचना कर रहे निरीक्षक सुरेश कुमार यादव को निलंबित कर दिया है। मुल्जिमों के नाम निकालने की धमकी देकर पीड़ित से तफ्तीश का खर्च मांगने की शिकायत पर पुलिस महानिरीक्षक ने कार्रवाई के आदेश दिए थे। पुलिस महानिरीक्षक ने दोनों निरीक्षकों के निलंबन के साथ सीओ महाराजगंज को मामले की जांच और सीओ क्राइम ब्रांच को हत्या की तख्ती सौंपी थी।
जानकारी के मुताबिक, काकोरी क्षेत्र के सिगरोली गांव में 26 अगस्त को शिव नामक युवक पर लाठी डंडों का धारदार हथियार से हमला करके हत्या कर दी गई थी।शोएब के चचेरे भाइयों वसी अहमद ने प्रधान रईस व उनके साथियों को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ फरार आरोपियों के गैर जमानती वारंट जारी कराए और कुर्की की कार्यवाही शुरू की। फरार नामजद आरोपियों के शासन में पैरवी करके तफ्तीश गैर जिला स्थांतरित करने के आदेश कराए। इस पर पुलिस महानिरीक्षक सुजीत कुमार पांडेय ने रायबरेली की क्राइम ब्रांच को विवेचना सौंपते हुए महीने भर में निस्तारण और हफ्ते भर में प्रगति रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए।
क्राइम ब्रांच के प्रभारी निरीक्षक डीपी सिंह के नेतृत्व में निरीक्षक सुरेश कुमार यादव ने तफ्तीश शुरू की। टीम के साथ घटना का निरीक्षण करते हुए दोनों निरीक्षकों ने वादी वसी अहमद से आवागमन के खर्च के नाम पर 15000 रुपये ऐंठ लिए। इसके बाद मुलजिमो का नाम निकालने की धमकी देकर उसे मोटी रकम मांगने लगे। इरादे भांप चुके वासी ने 15 हजार रुपये देने की वीडियो क्लिप बनाई और वार्तालाप को मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया। शराब के नशे में गाली गलौज के साथ वादी को धमका रहे निरीक्षक द्वारा नामजद आरोपियों द्वारा मोटी रकम देने की बात कही। वसी अहमद ने शनिवार को पुलिस महानिरीक्षक को वीडियो व वॉयस रिकार्डिंग सौंपते हुए कार्रवाई की मांग की थी।
पुलिस महानिरीक्षक सुजीत पांडेय ने पुलिस अधीक्षक को दोनों निरीक्षकों को लाइन हाजिर कर के वॉइस टेस्ट कराने के आदेश दिए थे। आवाज का मिलाना होते ही दोनों पर मुकदमा दर्ज करके विधिक कार्यवाही करने को कहा था। पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने काकोरी से स्थानांतरित होकर आई शोएब की हत्या की तफ्तीश क्षेत्राधिकारी क्राइम गोपीनाथ सोनी को सौंपी थी। उन्हें पूरी निष्पक्षता से पड़ताल करने के आदेश दिए गए हैं। इसके साथ पुलिसकर्मियों को रवैया बदलने की सख्त हिदायत दी गई है।
[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”Crime News” background=”” border=”” thumbright=”yes” number=”4″ style=”grid” align=”none” displayby=”post_tag” orderby=”random”]