सुंदर मुंदरिये ओए… तेरा कौन विचारा होए…। दूल्हा पट्टी वाला होए… दूल्हे तिहि ब्याही सेर शक्कर पाई… किन-किन चूरी कुट्टी। ठंड को विदा करते और साल भर में आई नई खुशियों का स्वागत करती लोहड़ी मनाने के लिए शहर शनिवार शाम को उमड़ पड़ा। तमाम इलाकों में पार्कों समेत क्लबों में लोहड़ी जली। खुशी से झूम झूम रहे लोग मूंगफली, मक्के और लाबे, रेवड़ी, गजक, तिल और मिठाइयां बांट रहे थे।
नया साल शुरू होते ही त्योहारों का सिलसिला भी शुरू हो गया है। ऐसे में 14 जनवरी को मनाई जाने वाली लोहड़ी का अपना अलग ही महत्व है। इस फेस्टिव माहौल को और भी ज्यादा रंगीन बनाने के लिए दोस्तों और परिवार वालों को शुभकामना संदेश भेजना ना भूलें। वैसे तो लोहड़ी का त्योहार पंजाब से जुड़ा हुआ है लेकिन भारत में इसे हर धर्म का इंसान मनाने से पीछे नहीं हटता। ऐसे में अगर आप भी अपने परिजनों, दोस्तों और खास लोगों को Whatsapp messages और sms के जरिए लोहड़ी की शुभकामनाएं भेजना चाहते हैं तो ट्रेडिंग और खूबसूरत कोट्स आपके बड़े काम आ सकते हैं।
गुरू नानक गल्र्स डिग्री कालेज में पावन लोहड़ी का पर्व अत्यन्त धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्रबन्धक रबिन्दर कौर एवं महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. सुरभि गर्ग ने लोहड़ी की अग्नि प्रज्ज्वलित की। लोहड़ी की पवित्र अग्नि में सभी ने तिल डालकर यह प्रार्थना की जिस प्रकार तिल जल रहें हैं। उसी प्रकार काले तिल रूपी अज्ञानतापूर्ण कार्य व पाप हमारे जीवन से नष्ट हों और हम सतकर्माे के प्रति तत्पर हों। गुरजीत कौर ने चालीस मुक्तों की कथा जिसमें बेदावा फाडनें की बात कही जाती है और सुन्दरिया-मुन्दरिया की लोककथा बताते हुए लोहड़ी का समाजिक आधार बताया। नव-वधुओं एवं नवजात शिशुओं के लिए उनकी पहली लोहड़ी विशेष होती है जिसमें इनकी झोली भरकर यह कामना की जाती है कि इन लोगों के नवीन जीवन पूर्ण सम्पन्नता और सफलताओं से परिपूर्ण हों।
महाविद्यालय में इस बार विवाहोपरान्त बेबी जैनी की पहली लोहड़ी थीं। लोहड़ी पर उनको प्राचार्या ने लोहड़ी की लख-लख बधाइयाँ दीं। इस अवसर पर छात्राओं ने ढ़ोल की थाप पर जमकर गिद्दा पाया और भांगड़ा करके खूब धमाल मचाया। सभी मुटियारां पारम्परिक पंजाबी वेषभूषा में अत्यन्त ही उल्लासित लग रही थीं। इस लोहड़ी पर्व पर छात्राओं द्वारा किया जाने वाला गतका मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहा। जिसमें छात्राओं ने विभिन्न प्रकार के वीरतापूर्वक करतब दिखाकर सभी को अचम्भित कर दिया। सभी छात्राओं संग प्रवक्ताओं ने भी लोहड़ी के चारों ओर हर्षोल्लास के साथ झूमकर गिद्दा किया। सभी ने एक-दूसरे को लोहड़ी की बधाइयाँ दीं। कार्यक्रम के अन्त में सभी छात्राओं ने पाॅपकार्न, रेवड़ी, मूँगफली और तिल के लड्डुओं के प्रसाद का भी आनन्द लिया।
आशियाना में गुरुद्वारे के पास शाम को मोहल्ले में लोहड़ी का धमाल मचाया। रात 8:00 बजे ना का गुरुद्वारे में लोहड़ी का जश्न मना। गुरुद्वारा के अध्यक्ष सरदार राजेंद्र सिंह बग्गा की मौजूदगी में लोगों ने लोहड़ी जलाई। देर रात तक गुरु का अटूट लंगर छका गया। लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एवं स्वच्छता अभियान नगर निगम के ब्रांड मिस्टर राजेंद्र सिंह बग्गा ने त्यौहार की बधाई दी। उन्होंने गुरुद्वारा प्रबंधक को को हिदायत दी कि दरबार हाल में बजने वाले लाउडस्पीकर की आवाज गुरुद्वारा प्रांगण के बाहर नहीं जानी चाहिए। रविवार शाम 6:00 बजे से रात तक माघ माह सक्रांति मानेगी। गुरुद्वारा मानसरोवर में भी लोहड़ी जली। यहियागंज गुरुद्वारे में छत के ऊपर लोहड़ी जलाई गई। गुरुद्वारे के पास भी परिवार ने त्यौहार मनाया।
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