उत्तर प्रदेश के गोंडा जिला में पुरानी पेंशन बहाल किए जाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे 16 शिक्षक नेताओं को प्रदर्शन करना मंहगा पड़ गया। शाशन के निर्देश पर अधिकारियों ने कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया। इस मामले से शिक्षक नेताओं में रोष व्याप्त है। इसके अलावा तीन हजार हड़ताली शिक्षकों को नोटिस जारी किया गया है। वहीं पुरानी पेंशन बहाली को लेकर जारी शिक्षकों की हड़ताल से सीतापुर में बोर्ड परीक्षा पर असर पड़ा। शिक्षकों द्वारा परीक्षा का बहिस्कार करने पर प्रभारी जिलाधिकारी ने शिक्षामित्रों व अनुदेशकों की ड्यूटी लगाई।
बीएसए मनीराम सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश पर पुरानी पेंशन बहाली मंच के जिलाध्यक्ष आनंद त्रिपाठी समेत 16 शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि निलंबित होने वाले अन्य शिक्षक नेताओं में विनय पांडेय, राजेश शुक्ला, अमित सिंह, सुधाकर पांडेय, अनिल पांडेय, सुशील कुमार, संगीता देवी, पवन उपाध्याय, सुरभि बंसल, सोनिया व मुमताज राव शामिल हैं। इन पर आरोप है कि वे शासन के निर्देशों के विपरीत स्वयं हड़ताल में शामिल रहकर जिले में बाइक से रैली निकाल कर स्कूलों को बंद करवा रहे थे। इसके साथ ही तीन हजार से अधिक हड़ताली शिक्षकों को नोटिस जारी करते हुए 16 शिक्षकों का वेतन भी रोका गया है। उन्होंने बताया कि यदि कहीं भी स्कूल बंद पाया गया तो संबंधित शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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