राजधानी लखनऊ के मड़ियांव थाने की पुलिस ने एक डॉक्टर को लड़की से दुष्कर्म करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि डॉक्टर ने इलाज के दौरान अबोध बालिका के साथ दुष्कर्म किया था जो 19 सप्ताह की गर्भवती हो गई थी। उसे बड़ी मेहनत के बाद सीसीटीवी फुटेज और डीएनए इसके मैचिंग के बाद गिरफ्तार किया गया है।
एसएसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि पीड़ित की 24 वर्षीय पुत्री जो कि मानसिक रूप से अस्वस्थ है। जिसको पार्टी जब मानसिक बीमारी है। जो देहरादून के एक मानसिक रूप से अस्वस्थ लोगों का इलाज करने वाले संस्थान में पिछले 6 वर्षों से रहती है। वह छुट्टी के दौरान 6 जुलाई 2018 को घर लखनऊ आई थी। अपनी छुट्टियों के दौरान मड़ियांव थाना क्षेत्र अंतर्गत में ट्रेनिंग के लिए एक संस्था में जाती थी छुट्टियां समाप्त होने के बाद 28 जुलाई 2018 को वापस देहरादून संस्थान चली गई थी।
देहरादून संस्था द्वारा रूटीन चेकअप के दौरान पाया गया कि पीड़िता 19 सप्ताह की गर्भवती है।पीड़ित को सूचना प्राप्त होने पर वह अपनी पुत्री को देहरादून से लखनऊ 26 नवंबर 2018 को मड़ियांव थाने में इस संबंध में मुकदमा लिखा गया था। पीड़िता का मेडिकल लखनऊ के सरकारी अस्पताल में कराया गया अस्पताल की रिपोर्ट द्वारा पता चला कि वह 19 सप्ताह की गर्भवती है।पीड़िता के अस्पताल से डीएनए सैंपल लेकर विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ भेजा गया था।
पुलिस द्वारा विवेचना में पता लगा कि जो मानसिक बीमारी से ग्रसित होने के कारण केवल अपनी बहन का नाम बोल आती है तथा अपने माता पिता को मां और पिता को पा ही कह पाती है। जिससे पुलिस को अभी उसका पता लगाने में काफी समस्याएं आ रही थी।
एसएसपी ने बताया पुलिस द्वारा विवेचना के क्रम में पीड़ित की देहरादून से लखनऊ आने वाली लखनऊ से जाने के क्रम की गहनता से छानबीन की। मड़ियांव क्षेत्र संस्थान में 6 जुलाई 2018 से 28 जुलाई 2018 तक प्रतिदिन 10:00 से शाम 4:00 बजे तक ट्रेनिंग के लिए आती थी। संस्थान में आने जाने वाले व्यक्तियों से गोपनीय तरीके से भी पूछताछ की गई लेकिन कोई ठोस साक्ष्य प्राप्त नहीं हो सकता था।
सीसीटीवी फुटेज किया गया जो एक लंबी अवधि बीत जाने के कारण उस समय की स्टोरेज प्राप्त नहीं हो सकी। इसके बाद वैज्ञानिक से साक्ष्य संकलन की कार्यवाही प्रारंभ की गई तथा संदेह के आधार पर संस्थान ने तीन व्यक्तियों का डीएनए सैंपल प्राप्तकर्ता के डीएनए से मिलान आने के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला महानगर लखनऊ भेजा था। डीएनए परीक्षण के दौरान पीड़िता ने भ्रूण तथा संस्थान के प्रिंसिपल कुशाल सिंह का डीएनए मैच हो गया इस क्रम में पूर्ण से पाया गया कि खुशाल सिंह का बायो लॉजिकल पिता है।
इसके बाद कुशाल सिंह पुत्र वीर सिंह निवासी ग्राम रिहाड पोस्ट ना नैनीताल हाल पता लखनऊ मड़ियांव थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। जिसे जेल भेज दिया गया। इस प्रकार पुलिस द्वारा विवेचना से संबंधित पहलुओं को एकत्र कर वैज्ञानिक सहायता से अभियुक्त को पकड़ा जा सका है तथा इस ब्लाइंड केस का अनावरण किया गया है। गिरफ्तार करने वाली टीम में थाना प्रभारी मनिया संतोष सिंह, वरिष्ठ उपनिरीक्षक मोहम्मद अहमद, उपनिरीक्षक संजय मिश्रा, कांस्टेबल अरविंद सिरोही और मनोज कुमार शामिल रहे।
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