उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में अब ज्यादा वक्त नहीं रह गया है। इसी के साथ ही सभी दलों ने चुनावी मुद्दों को भुनाना भी शुरू कर दिया है। यूपी में चुनावी मुद्दों में मुख्य है राम मंदिर निर्माण का मुद्दा। पीएम मोदी की सरकार ने लोकसभा चुनावों के पहले यह जनता से वादा किया था कि वे राम मंदिर का निर्माण कराएँगे मगर अभी तक तो ऐसा कुछ भी नहीं है। अब RSS ने इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी को तोड़ दिया है।

संतो के साथ है आरएसएस :

  • अयोध्या में राम मंदिर निर्माण मामले को राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ ने अब संतों पर छोड़ दिया है।
  • इस संवेदनशील मुद्दे पर आरएसएस ने संतों के साथ रहने का संकल्प लिया है।
  • अवध के संघचालक प्रभुनारायण और सह प्रांत कार्यवाह नरेन्द्र ने कहा मंदिर आंदोलन सिर्फ संतों का है और इसे संघ ने कभी नहीं चलाया है।
  • अगर अयोध्या के संत राम मंदिर निर्माण के लिए आंदोलन करेंगे तो संघ उनका साथ देगा।
  • इसी मुद्दे पर बीते दिनों भाजपा सांसद विनय कटियार ने कहा था कि हमें लॉलीपाप नहीं बल्कि मंदिर निर्माण चाहिए।

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  • उसी समय से लगने लगा था कि संघ और भाजपा मंदिर निर्माण को लेकर कोई पहल अवश्य करेंगे।
  • संघ ने इस समय मुस्लिम द्वारा तीन तलाक के मुद्दे पर भी बयान दिया।
  • उन्होंने कहा कि कोई भी हमारी मुसलमान बहन को भी कोई फोन पर तीन तलाक नहीं बोल सकता है।
  • राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ लिंग के आधार पर भिन्नता के सख्त खिलाफ है।
  • हालांकि बसपा सुप्रीमो मायावती संघ पर भिन्नता करने का आरोप लगा चुकी है।

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