अपना जीवन दूसरों की सेवा में समर्पण करना ही ज़िंदगी हैं – कांग्रेस पार्टी के लीडर शिवानंद हुलयालकर
भारत एक विविधतापूर्ण देश है. लेकिन, देश के महान राष्ट्रीय एकीकरण अभिलक्षण के लिये “विविधता में एकता” को बढ़ावा दिया गया है. सोने की चिड़िया कहे जाने वाले भारत जैसे देश को व्यापक दृष्टिकोण व लोगों के अभ्यन्तर को समेटने और जोड़ने के लिए इस धरती पर कई महान शख़्सियतों जैसे डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम से लेकर क्रिकेट के दुनिया के महारथी सचिन तेंदुलकर ने जन्म लिया हैं. ठीक इसी तरह से कांग्रेस पार्टी के लीडर शिवानंद हुलयालकर अब इसी विचारधारा व राष्ट्र के लिए सभी संभव क्षितिजों के साथ आगे बढ़ रहे हैं.
शिवानंद हुलयालकर का उद्देश्य गरीबों और निराश्रितों को आत्मनिर्भर बनाना व उन लोगों को उनके मौलिक अधिकार दिलाना जिनसे वह आज तक वंचित है. उन्हें अपना जीवन दूसरों की सेवा में समर्पण करने की प्रेरणा अपने दादा मलिक अर्जुन हुलयालकर ( एमएलए) मिली है. शिवानंद हुलयालकर के पिता पी.एम. हुलयालकर ( सरकारी आइएएस ऑफ़िसर ) धर्मपत्नी सविता हुलयालकर (बिज़नेसवुमैन), बड़े भाई ( बॉम्बे हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में क्रिमिनल वकील), छोटा भाई और उसकी धर्मपत्नी (डॉक्टर) है और उनकी माँ लक्ष्मीबाई हुलयालकर जिनका चार साल पहले निधन हो चुका हैं, उनके नाम से एनजीओ चलाया जा रहा है. बता दें, शिवानंद हुलयालकर निष्पक्ष भावना से सपरिवार पूरे समाज की सेवा में लगे हुए है. इन सभी का मुख्य उद्देश्य चिकित्सा सुविधाएँ, बुनियादी शिक्षा, व्यक्तिगत स्वच्छता, मौलिक अधिकार,रोज़गार, आदि समाज के सभी वर्गों को प्रदान करना है.
जहाँ अभी सिर्फ़ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया विश्वव्यापी फैली महामारी करोनो से लड़ रही है. वहीं, कांग्रेस पार्टी के लीडर शिवानंद हुलयालकर ग्रामीण वर्ग का दर्द समझते हुए रोज़ाना 4500 लोगों के खान-पान की ज़रूरतों को पूरा करने के साथ, मुफ़्त में चिकित्सा सेवाएँ, आर्थिक सहायता, जानवरों के रहने व खाने-पीने का प्रबंध करवाने और इस संकटकाल की स्थिति में जो मजदूर मुंबई व पुणे में फँसे हुए है उन्हें अपने गाँव मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, बिहार, आदि जाने की सुविधाएँ मुहैया करवा रहें है. भारत की युवा पीढ़ी ही भारत का भविष्य है. ऐसे में युवा पीढ़ी को सही दिशा दिखाते हुए उन्हें सही मंज़िल तक पहुँचाना है; जिसका पूरा भार मैं अपने कंधों पर लेता हूँ. उनके इस विकासशील सफ़र को तय करने में इंडिया नेशनल कांग्रेस पार्टी उन्हें अपना पूरा समर्थन दें रही क्योंकि इस सबके पीछे उनका मूल एजेंडा समाज में समानता लाना और नए नेताओं को तैयार करना है. ताकि आने वाले वक्त में हमारे देश की भागदौड़ किसी युवा के हाथ में हो ताकि वह अपने देश को समानता की राह पर चलते हुए प्रगति के पथ पर लें जायें.